कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देशभर में तनावपूर्ण स्थिती पैदा कर दी है. प्रतिदिन लाख से अधिक दर्ज हो रहे कोरोना मामले अर्थव्यवस्था के लिए एक बार फिर चुनौती बनते हुए दिख रहे हैं. जानकारों के मुताबिक कोरोना के चलते जिन राज्यों में नाइट कर्फ्यू समेत लॉकडाउन का ऐलान किया गया है उसका असर अर्थव्यवस्था पर अभी से देखने को मिल रहा है.
नाइट कर्फ्यू का असर ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री पर ज्यादा दिख रहा
बताया जा रहा है कि इस नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन का असर सर्विसेज सेक्टर, टूरिज्म सेक्टर समेत ट्रैवल इंडस्ट्रीस, व्यापार और कारोबार पर साफ देखने को मिल रहा है. जानकारों के मुताबिक सबसे अधिक इसका असर इसका ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री पर देखने को मिल रहा है.
अर्थव्यवस्था को एक बार फिर पड़ सकती है भारी चोट
माना जा रहा है कि बीते साल कोरोना के चलते जिन सैक्टरों पर प्रभाव पड़ते देखा गया था उन पर एक बार फिर असर पड़ते हुए दिखेगा. कहना है कि, नाइट कर्फ्यू के लगने से पार्टीज पर रोक लग जाती है. बैंक्वेट हॉल्स से लेकर इवेंट मैनेजर्स पर असर पड़ता है. वहीं, इस वक्त राहत की बात ये है कि सुबह के वक्त पाबंदी ना होने से मैन्यूफैक्चरिंग सैक्टर पर असर नहीं पड़ा है. लेकिन ये साफतौर पर दिख रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामले और नाइट कर्फ्यू अर्थव्यवस्था पर भारी चोट दे सकते हैं.
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