कोरोना का असर: इस साल के वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक टैक्स संग्रह में आई 22.5 प्रतिशत की गिरावट
कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये देश भर में लागू लॉकडाउन के चलते यह गिरावट आई थी.इस वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक के कुल संग्रह में व्यक्तिगत आयकर 1,47,004.6 करोड़ रुपये और कॉरपोरेट आयकर कर 99,126.2 करोड़ रुपये रहा.
मुंबई: चालू वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक अग्रिम संग्रह समेत केंद्र सरकार का कुल टैक्स संग्रह साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 22.5 प्रतिशत रहकर 2,53,532.3 करोड़ रुपये रहा है. आयकर विभाग के एक सूत्र ने इसकी जानकारी दी.
सूत्र ने टैक्स संग्रह के प्राथमिक आकड़ों के बारे में कुछ जानकारियां साझा की हैं. आयकर विभाग के मुंबई क्षेत्र के एक सूत्र ने आज बताया कि पिछले वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक कुल कर संग्रह 3,27,320.2 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि, उसने चालू तिमाही (दूसरी तिमाही) के लिये अग्रिम कर संग्रह के आंकड़ों को अलग से बताने से इनकार किया.
सूत्र ने कहा कि यह आंकड़ा अभी अंतिम नहीं है, क्योंकि बैंक दिन के अंत तक इसमें बदलाव कर सकते हैं. चालू वित्त वर्ष की जून में खत्म हुई पहली तिमाही के दौरान कुल टैक्स संग्रह 31 प्रतिशत नीचे रहा था. इस दौरान अग्रिम कर संग्रह में 76 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली थी.
कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये देश भर में लागू लॉकडाउन के चलते यह गिरावट आई थी. इस वित्त वर्ष में 15 सितंबर तक के कुल संग्रह में व्यक्तिगत आयकर 1,47,004.6 करोड़ रुपये और कॉरपोरेट आयकर कर 99,126.2 करोड़ रुपये रहा. ये दोनों राजस्व संग्रह के प्रमुख घटक हैं और इन दोनों को मिलाकर टैक्स का कुल संग्रह 2,46,130.8 करोड़ रुपये रहा. कुल संग्रह में 22.5 प्रतिशत की गिरावट आयी. इसमें सर्वाधिक गिरावट मुंबई क्षेत्र में 13.9 प्रतिशत रही.
मुंबई अभी भी कोरोना वायरस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित बना हुआ है. मुंबई में टैक्स का कुल संग्रह साल भर पहले की तुलना में 13.9 प्रतिशत गिरकर 74,789.6 करोड़ रुपये रहा. इसमें व्यक्तिगत आयकर 34,808.8 करोड़ रुपये और कॉरपोरेट आयकर 32,921.2 करोड़ रुपये रहा.
सूत्र के अनुसार, प्रमुख क्षेत्रों में बेंगलुरू अकेला ऐसा रहा, जहां सालाना आधार पर टैक्स के कुल संग्रह में वृद्धि दर्ज की गयी. बेंगलुरू का कुल टैक्स संग्रह साल भर पहले के 36,986 करोड़ रुपये से 9.9 प्रतिशत बढ़कर 40,665.3 करोड़ रुपये हो गया. इस दौरान कोच्चि का कुल कर संग्रह 49 प्रतिशत की भारी भरकम गिरावट के साथ 3,214.7 करोड़ रुपये रह गया.
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