Corona in India: देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है. हर दिन अब संक्रमण के एक लाख से ज्यादा मामले सामने आने लगे हैं. कोरोना के लिहाज से अगले चार हफ्ते भारत के लिए बेहद अहम हैं. जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में कोरोना की रफ्तार और तेज होने वाली है. इस बार कोरोना के बढ़ने की रफ्तार पहले से ज्यादा है. लगातार केस बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ेगा.


अगले चार हफ्ते लागू करें सख्ती- पीएम मोदी


कल मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अगले चार हफ्ते सख्ती लागू करने पर विचार करने को कहा है. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खतरे को कम करने के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट पर जोर देना होगा. तमाम चुनौतियों के बाद भी हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और संसाधन हैं और वैक्सीन भी हमारे पास है.


पीएम मोदी ने आगे कहा, "देश फस्र्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है. महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फस्र्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं. कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं. हम सबके लिए ये एक गंभीर चिंता का विषय है."


देश को एकजुट हो कर महामारी से लड़ने की कोशिश करनी होगी- सरकार


नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल पहले ही कह चुके हैं कि महामारी से लड़ने के हथियार वहीं हैं. कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करना, निरुद्ध क्षेत्रों की पहचान, जांच आदि को और प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए, चिकित्सा ढांचे में सुधार और टीकाकरण अभियान तेजी से चलाए जाने की जरूरत है.


पॉल ने कहा,‘‘महामारी की तीव्रता बढ़ गई है और यह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रही है. कुछ राज्यों में यह (हालात) अन्य के मुकाबले ज्यादा खराब है लेकिन बढ़ोतरी (मामलों में) देश भर में देखी जा सकती है.’’ उन्होंने कहा,‘‘ दूसरी लहर को काबू में करने के लिए जनभागीदारी अहम है. अगले चार सप्ताह बेहद अहम रहने वाले हैं. पूरे देश को एकजुट हो कर महामारी से लड़ने के प्रयास करने होंगे.’’


यह भी पढ़ें-


हरियाणा: संपूर्ण लॉकडाउन के डर से प्रवासी मजदूरों ने शुरू किया पलायन, अब तक 3 हजार से अधिक वापस लौटे


महबूबा मुफ्ती की मां को ED ने भेजा समन, 15 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में होगी पूछताछ