Coronavirus: महाराष्ट्र में 30 हजार नए केस दर्ज, मुंबई में बस-रेलवे स्टेशन और मॉल में एंटिजन टेस्ट आज से
मुंबई में कोरोना के तीन हजार 779 नए मामले सामने आए हैं और 10 मरीजों की मौत हुई.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश भर में आए कुल नए मामलों में से 83.14 फीसदी मामले महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश से हैं.
मुंबई: कोरोना वायरस महामारी की कैपिटल बन चुके महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के तीस हजार से ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि कल 30 हजार 535 मामले सामने आए, जो इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा हैं. कोरोना के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए आज से मुंबई में बस-रेलवे स्टेशन और मॉल में एंटिजन टेस्ट होगा.
राज्य में अबतक 53 हजार 399 लोगों की मौत
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में संक्रमण के नए मामलों के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24 लाख 79 हजार 682 हो गई है. इससे तीन दिन पहले ही कोरोना के सबसे ज्यादा 25,833 दैनिक नए मामले दर्ज किए गए थे. वहीं इससे पहले सितंबर, 2020 को 24,896 नए मामले सामने आए थे. वहीं 99 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 53 हजार 399 हो गई.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया कि 11 हजार 314 मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद दिन में अस्पताल से छुट्टी मिली. इसके साथ ही कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 22 लाख 14 हजार 867 हो गई. मुंबई में कोरोना के तीन हजार 779 नए मामले सामने आए हैं और 10 मरीजों की मौत हुई.
देश के 83 फीसदी नए मामले पांच राज्यों से-
देश में रविवार को कोरोना के इस साल के अब तक के सर्वाधिक 43 हजार 846 दैनिक नए मामले आए हैं, जो इस साल अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि है. जिसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश भर में आए कुल नए मामलों में से 83.14 फीसदी मामले महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश से हैं.
मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में हर दिन नए मामले बढ़ रहे हैं. दिल्ली में शनिवार को इस साल पहली बार कोरोना वायरस के 800 से अधिक मामले सामने आए, जबकि दो और लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया.
लोगों को लगता है कि महामारी खत्म हो गई, यही वृद्धि का सबसे बड़ा कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, मामलों में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों को लगता है कि महामारी खत्म हो गई है और वे कोविड- मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं. एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, "मामलों में वृद्धि के कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारण यह है कि लोगों के रवैये में बदलाव आया है और उन्हें लगता है कि कोरोना वायरस खत्म हो गया है. लोगों को अभी भी कुछ और समय के लिए गैर जरूरी यात्रा से बचना चाहिए."
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