मुंबई: देश के कई राज्यों में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर सामने आने लगे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा प्रकोप महाराष्ट्र में है. महाराष्ट्र एक बार फिर कोरोना कैपिटल बन गया है. यहां पिछले 24 घंटों में कोरोना के करीब 26 हजार नए केस दर्ज किए गए हैं, जो इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा है. देश के दस सबसे ज्यादा केस वाले जिलों में नौ जिले महाराष्ट्र के हैं.


24 हजार 886 मामलों का रिकार्ड पिछले साल 11 सितंबर का


महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 25,833 नए मामले सामने आए. इन नए मरीजों को मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 23 लाख 96 हजार 340 हो गई है. बृहस्पतिवार को 58 मरीजों की मौत हो जाने के बाद राज्य में अबतक 53 हजार 138 लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. रोजाना 24 हजार 886 मामलों का रिकार्ड पिछले साल 11 सितंबर को सामने आया था.


राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. केंद्रीय दल ने अपनी रिपोर्ट में ऐसा कहा था. अधिकारी ने बताया कि दिन के दौरान 12 हजार 764 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई, जिससे स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 21 लाख 75 हजार 565 हो गई है. राज्य में इस समय एक लाख 66 हजार 353 मरीज उपचाराधीन हैं.


नागपुर शहर में दूसरे दिन कोरोना के सबसे अधिक मामले


नागपुर शहर में दूसरे दिन कोरोना के सबसे अधिक 2926 मामले सामने आए. इसके बाद मुंबई शहर में 2877 और पुणे में 2791 मामले दर्ज किए गए. मुम्बई में अबतक के सबसे अधिक नए मामले सामने आए हैं. आठ मरीजों की मौत हो जाने के साथ ही अबतक यहां 11,555 लोग इस संक्रमण से जान गंवा चुके हैं. शहर में पिछले साल सात अक्टूबबर को 2,848 मामले सामने आये थे, जो यहां इस संक्रमण के सिर उठाने के बाद सर्वाधिक थे.


...तो अप्रैल तक राज्य में तीन लाख मरीज उपचाराधीन होंगे!


इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संभागीय आयुक्तों से कोरोना को फैलने से रोकने के लिए घोषित पाबंदियों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है. डिजिटल बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य में रोजाना मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं लेकिन टीकाकरण अभियान ने भी रफ्तार पकड़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल इस महामारी के आने के बाद बृहस्पतिवार को सर्वाधिक मामले के मद्देनजर जिला प्रशासन संक्रमितों के संपर्क में आने व्यक्तियों की पहचान की गति बढ़ाए, पाबंदियां और सुरक्षा नियम लागू करें.’’ ठाकरे ने कहा कि रोजाना तीन लाख टीके लगाना लक्ष्य होना चाहिए. स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने कहा कि अगर रोजाना मामलों में वृद्धि जारी रही जो अप्रैल के पहले सप्ताह में राज्य में तीन लाख मरीज उपचाराधीन होंगे.


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