नई दिल्ली: भारत में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. गुरुवार को कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 लाख के पार हो गया. मात्र 154 दिनों में ही भारत में संक्रमण का आंकड़ा छह लाख के पार हो गया है, जबकि एक लाख केस होने में 110 दिन लगे थे. यानी महज 44 दिन में 5 लाख सामने आए, आखिर ऐसा कैसे हुआ.


110 दिन में एक लाख केस हुए
पहला केस भारत में 30 जनवरी को रिपोर्ट हुआ था और उसके 110 दिन बाद 19 मई को एक लाख केस हो गए थे. 19 मई को भारत में 1,01,139 संक्रमित मरीज थे.


125 दिनों में दो लाख से ज्यादा केस
इसके बाद अगले 15 दिनों में ही कोरोना संक्रमण के मामले दो लाख से ज्यादा हो गए. 3 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2,07,615 हो गई.


135 दिनों में तीन लाख केस हो गए
अगले दस दिनों में भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन लाख के पार हो गई.13 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों 3,08,993 हो गई.


143 दिनों चार लाख से ज्यादा केस हो गए
इसके बाद अगले एक लाख केस सिर्फ आठ दिन में ही जुड़ गए. 21 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 4,10,461 हो गई.


149 दिनों में पांच लाख से ज्यादा केस हो गए
वहीं अगले छह दिनों में एक लाख केस और जुड़ गए. 27 जून को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पांच लाख पार हो गया. 27 जून को भारत में कुल 508953 कोरोना संक्रमित मरीज थे.


154 दिनों में ही छह लाख से ज्यादा केस
फिर अगले पांच दिनों में ही छह लाख केस हो गए. 2 जुलाई को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 6,04,641 हो गई.


यानी 19 मई को एक लाख केस हुए थे और उसके बाद कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेज़ी से बढ़े और सिर्फ 44 दिनों में पांच लाख से ज्यादा केस सामने आए. 2 जुलाई तक भारत में छह लाख से ज्यादा केस हो गए. वहीं केस हर दिन बढ़ते जा रहे हैं.


भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 6,04,641 हो गई वहीं 17,834 मरीजों की कोविड-19 से मौत हो गई. अभी 2,26,947 एक्टिव केस हैं यानी जिनका इलाज चल रहा है. वहीं इस संक्रमण से अब तक 3,59,859 मरीज ठीक भी हुए हैं. इस समय भारत में रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 59.51% है.


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