कश्मीर: कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को अस्पताल ने नहीं किया भर्ती, खुले में देना पड़ा बच्चे को जन्म
परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिला गर्भवती थी और उसका प्रसव होना था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की स्थिति बिगड़ गई थी
जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, वैसे-वैसे देश में कोरोना महामारी का कहर भी बढ़ता जा रहा है. देश में अबतक लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं. इतना ही नहीं, अबतक इस महामारी से हजारों लोगों की मौत भी हो चुकी है. कई लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं. ताजा मामला उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले का है जहां एक कोरोना संक्रमित महिला को अस्पताल प्रशासन ने भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद महिला ने अस्पताल परिसर में ही बच्चे को जन्म दे दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद उसके परिजनों ने बहुत देर तक हंगामा किया. जानकारी के अनुसार, इस मामले को लेकर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है.
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिला गर्भवती थी और उसका प्रसव होना था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया. वहीं, डॉक्टरों का कहना था कि गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव है और इसलिए वो महिला को भर्ती नहीं कर सकते. परिजनों के अनुसार, महिला की हालत गंभीर थी और उसे तत्काल इलाज की जरुरत थी. इस घटना को लेकर महिला के पति भी सामने आए. उन्होंने बताया कि वे लोग सुबह 10 बजे ही अस्पताल पहुंच गए थे और भर्ती कराने के लिए बात कर रहे थे. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. अस्पताल प्रशासन द्वारा भर्ती ना किए जाने से वे काफी नाराज थे.
रोका गया मेडिकल ऑफिसर का वेतन
अस्पताल में भर्ती एक महिला ने कहा, "सभी लोग महिला को बच्चे को जन्म देते समय देख रहे थे. ये शर्मनाक है, ऐसा नहीं होना चाहिए था. वो दर्द में थी लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया. साथ ही बताया कि प्रसव के दौरान परिजन काफी परेशान थे. वहीं, इस मामले में कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है. जांच पूरी होने तक मेडिकल ऑफिसर का वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं.
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