रांचीः कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों में भले ही कमी देखी गई हो लेकिन दुनियाभर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों के देशों में भारत दूसरे स्थान पर है. वहीं देश के कई राज्यों में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन को बढ़ाया जा रहा है. झारखंड में कोविड-19 के मामलों में भले ही कमी आ रही हो लेकिन सरकार ने संक्रमण पर नियंत्रण के लक्ष्य से पहले से जारी ‘स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह’ (कोरोना लॉकडाउन) को बढ़ाकर तीन जून सुबह छह बजे तक करने का फैसला लिया है.
झारखंड सरकार के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में पूरी पाबंदियों के साथ लॉकडाउन को एक सप्ताह के लिए बढ़ाकर तीन जून की सुबह छह बजे तक लागू रखने का निर्णय लिया गया.
बैठक में चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के झारखंड में पड़ने वाले संभावित असर और उससे निपटने को तैयारियों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. इसमें राज्य सरकार का सचिवालय दोपहर दो बजे तक खुला रखने का निर्णय लिया गया. इस दौरान संयुक्त सचिव से ऊपर स्तर के सभी पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से सचिवालय आना होगा, वहीं मात्र 33 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ सचिवालय के विभिन्न विभाग कार्य करेंगे.
इसके अतिरिक्त राज्य में ई-पास की अनिवार्यता जारी रहेगी लेकिन सरकारी कर्मियों, मीडियाकर्मियों, बड़ी कंपनियों और फैक्ट्रियों में काम करने वालों का ड्यूटी पास ही ई-पास माना जायेगा. इन्हें ई-पास की अनिवार्यता से छूट दी गई है. इससे पहले राज्य ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर राज्य सरकार ने 12 मई से ‘स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह’ के नाम से लागू लॉकडाउन को और सख्ती के साथ 27 मई तक आगे बढ़ाने का फैसला किया था.
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