(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरोना के कारण बच्चियों की शिक्षा पर पड़ा बुरा असर, 72% छात्राएं लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई से हुई दूर
लॉकडाउन के दौरान बच्चियों को पढ़ाई का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया और वह घर के कामों में ही लगी रह गई. राज्य में बच्चों की पढ़ाई को लेकर राज्य में दो दिन का कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था.
Covid Impact on Studies: कोरोना महामारी के कारण भारत समेत पूरी दुनिया के शिक्षा व्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है. साल 2020 के बाद से लगातार दो साल तक बच्चों के स्कूल बंद रहे. इससे बच्चे की मानसिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ पढ़ाई का भी बहुत नुकसान हुआ है. हाल ही में झारखंड में हुए एक सर्वे से पता चला है कि कोरोना महामारी के दौरान बच्चियों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर पड़ा है. राज्य की करीब 72 प्रतिशत छात्राएं पढ़ाई छोड़कर लॉकडाउन के दौरान घर के काम में लग रही है. राज्य में पिछले दो सालों से 5वीं क्लास के बच्चों के स्कूल बंद रहे हैं. इस कारण बच्चियों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर पड़ा है.
लॉकडाउन के दौरान बच्चियों को पढ़ाई का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया है और वह घर के कामों में ही लगी रह गई है. राज्य में बच्चों की पढ़ाई को लेकर राज्य में दो दिन का कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था. इस कॉन्क्लेव में कोरोना और बच्चों की पढ़ाई पर इसका असर पर मुख्य रूप से चर्चा की गई है. राज्य में सरकार ने बच्चों की पढ़ाई को सुचारू रूप से चलाने के बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की थी. लेकिन, राज्य के कई बच्चों तक ऑनलाइन क्लास की सुविधा नहीं मिल पाई है.
42 प्रतिशत बच्चे कोरोना में नहीं कर सकें पढ़ाई
प्रभात खबर में छपी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में करीब 42 प्रतिशत ऐसे बच्चे हैं जो कोरोना महामारी में पढ़ाई से पूरी तरह से दूर हो गए. उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा का लाभ नहीं मिल सका. वहीं राज्य के 30 प्रतिशत बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का लाभ मिल सकता है. इसके साथ ही इस दौरान बच्चियों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर पड़ा है. राज्य की 72 प्रतिशत बच्चियां कोरोना के दौरान पढ़ाई छोड़ घर के कामों में लगी रहीं. इसके साथ ही 92 प्रतिशत बच्चों की पढ़ाई पर कोरोना का कुछ न कुछ प्रभाव पड़ता है और करीब 82 प्रतिशत बच्चे मैथ्स में पिछले साल के मुकाबले कमजोर पाएं गए हैं.
शिक्षा विभाग बना रहा प्लान
कोरोना महामारी के दौरान बच्चों की पढ़ाई में हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग एक प्लान तैयार कर रहा है. इस प्लान में बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने के लिए अब आंगनबाड़ी बच्चों के लिए 2 घंटे की स्पेशल क्लास रखी जाएगी.
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