देशभर में कोरोना का कहर लगातार जारी है. यहां तक कि कर्नाटक भी कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है. तकनीकी सलाहकार समिति ने विश्लेषण किया है कि राज्य में अक्टूबर-नवंबर, 2021 के बीच कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. तकनीकी सलाहकार समिति के प्रमुख एमके सुदर्शन के अनुसार, तीसरी लहर में युवा वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि यदि समय रहते सभी को वैक्सीन नहीं दी गई तो कोरोना की तीसरी लहर में स्थिति और भयावह हो जाएगी. उन्होंने कहा, यदि तबतक सभी वर्ग के लोगों को वैक्सीन नहीं दी गई तो स्थिति भयावह हो सकती है." उन्होंने आगे कहा, "ऐसी स्थिति में 18 से कम उम्र के लोग ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं, जबकि इससे ऊपर के लोगों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा कम होगा.


विशेषज्ञों का कहना है कि कर्नाटक में कोरोना की तीसरी लहर निश्चित रूप से होगी और इससे निपटने की तैयारी को गंभीरता से लेना होगा. उन्होंने कहा है कि मास्क के इस्तेमाल, शारीरिक दूरी बनाए रखने, भीड़ से बचने और हाथ की सफाई करते रहने से ही इस संक्रमण से बचा जा सकता है. विशेषज्ञों ने टीकाकरण को पूरी तरह से प्राथमिकता दिए जाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी वर्ग के लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन देना आवश्यक है ताकि तीसरी लहर में स्थिति भयावह ना हो. 


डॉक्टर मंजूनाथ ने दिए ये सुझाव 


डॉक्टर मंजूनाथ के अनुसार, सभाओं, धार्मिक आयोजनों, राजनीतिक रैलियों, स्थानीय निकाय चुनावों और मेलों पर प्रतिबंध दिसंबर 2021 तक जारी रहना चाहिए. उन्होंने डॉक्टर सुदर्शन से सहमति जताते हुए कहा कि तीसरी लहर में 18 साल से कम उम्र के लोग अधिक संक्रमित होंगे और हमें पहले से इन्हें बचाने के उपाय ढूंढने चाहिए. उन्होंने आगे कहा, "कोरोना वैक्सीन 18 साल के कम उम्र के लोगों पर कारगर होगी या नहीं यह भी देखना होगा. हालांकि, यदि ऐसा होता है तो हम कई जिंदगियां बचा सकते हैं."  उन्होंने कहा कि अक्टूबर- नवंबर से पहले 18 साल से कम उम्र के लोगों को भी वैक्सीन दे देनी चाहिए.


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