देश में कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है हालांकि इसकी रफ्तार जरूर कम हो गई है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने ये बात कही है. साथ ही उन्होंने कोरोना टेस्ट के पॉजिटिविटी रेट की जिला स्तर पर निगरानी करने की बात कही है. जिस से महामारी को स्थानीय स्तर पर ही रोक लिया जाए और तीसरी लहर की संभावना को भी टाला जा सके.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, देश में अभी 75 जिले ऐसे हैं जहां साप्ताहिक पॉज़िटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है. जबकि 92 जिले ऐसे हैं जहां अब भी पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 प्रतिशत के बीच बना हुआ है. इसके अलावा देश के 565 जिले ऐसे हैं जहां ये पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से भी कम है.
दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी कोविड की संभावित तीसरी लहर
ICMR के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा, "हालांकि देश के एक बड़े हिस्से में, दूसरी लहर खत्म हो गई है लेकिन देश में कोविड की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. ऐसे जिले जहां पॉजिटिविटी रेट अभी भी 5% से ऊपर है पर निगरानी रखना बेहद महत्वपूर्ण हैं. यहां सामाजिक दूरी और सुरक्षा के अन्य उपायों का पालन करने के साथ साथ वैक्सिनेशन के अभियान में तेजी लाकर तीसरी लहर को टाला जा सकता है."
वहीं ICMR की एक रीसर्च स्टडी के अनुसार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर दूसरी लहर जितनी गंभीर और खतरनाक नहीं होगी. ये रीसर्च स्टडी इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (IJMR) में 'भारत में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना' शीर्षक से प्रकाशित हुई है. मैथमेटिकल मॉडल पर आधारित शोध के तहत इस रीसर्च स्टडी को तैयार किया गया है.
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