Corona Surge in China: चीन में बढ़ते कोरोना के बीच भारत ने तैयारी तेज कर दी है. देशभर के अस्पतालों में मंगलवार (27 दिसंबर) को ही मॉक ड्रिल हुई. पीएम नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्रियों ने भी हाल ही में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की. इसी बीच केंद्र के कोविड पैनल के चीफ डॉक्टर एनके अरोड़ा ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है. 


डॉक्टर एनके अरोड़ा ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, ''चीन में बढ़ते कोरोना को लेकर भारत को घबराने की जरूरत नहीं है. हमें सिर्फ एहतियात बरतनी है. चाइना में कॉकटेल ऑफ वायरस है, जो स्थानीय महामारी के आधार पर व्यवहार करता है.'' 


भारत को क्यों खतरा नहीं है? 


डॉक्टर एनके अरोड़ा ने कहा कि चीन में 15 प्रतिशत कोविड केस के लिए ओमिक्रोन के सब वैरिएंट बीएफ.7 जिम्मेदार है. बीएन (BN) और बीक्यू सीरीज (BQ Series) के 50 फीसदी कोरोना केस हैं जबकि एसवीवी (SVV) वैरिएंट के 10 से 15 प्रतिशत केस हैं. यह वो स्थिति है जहां हिंदुस्तान को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम पहली, दूसरी, तीसरी लहर और वैक्सीन के जरिए हाइब्रिड इम्यूनिटी प्राप्त कर चुके हैं. इसके मुकाबले चाइना की स्थिति खराब है क्योंकि उनकी वैक्सीन कम प्रभावी है. 


चीन से क्यों की तुलना? 


डॉक्टर एनके अरोड़ा  ने कहा कि भारत में 97 फीसदी लोगों को कोरोना की दो डोज लग चुकी है. यहां तक कि बच्चे भी सुरक्षित है क्योंकि 12 साल से कम के 96 फीसदी चिल्ड्रन को कोरोना हो चुका है. ऐसे में हम चीन के मुकाबले काफी सुरक्षित हैं. 


क्यों हो रही है तैयारी?  


डॉक्टर एनके अरोड़ा ने तैयारी को लेकर किए सवाल पर कहा कि यह कदम  एहतियाती तौर पर उठाए जा रहे हैं. वैसे चीन की मौजूदा स्थिति को लेकर काफी अस्पष्टता है क्योंकि कितने केस और वैक्सीनेशन का स्टेटस क्या है? इसको लेकर कुछ साफ नहीं पता है.


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