दिल्ली से सटे नोएडा शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां ESIC अस्पताल की सातवीं मंजिल से कूदकर कोरोना संदिग्ध छात्रा ने आत्महत्या कर ली. मृतक छात्रा को रविवार शाम को ईएसआईसी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. छात्रा ने सोमवार की सुबह अस्पताल की 7वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. परिजन का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है, क्योंकि अस्पताल ने बहुत जद्दोजहद के बाद मृतका छात्रा को सुबह के बाद शाम को अस्पताल में भर्ती किया था.


जानकारी के मुताबिक यह घटना नोएडा सेक्टर 24 कोतवाली क्षेत्र के ईएसआईसी अस्पताल की है. वहीं मृतक छात्रा कंचन सेक्टर 45 सदरपुर की रहने वाली थी. उसे रविवार को परिजनों ने बड़ी जद्दोजहद के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल वाले मृतिका को भर्ती करने से इंकार कर रहे थे. मृतिका कंचन बीकॉम की पढ़ाई कर रही थी.


परिजनों ने अस्पताल पर लगाया हत्या का आरोप


मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि जब छात्रा ने आत्महत्या की तो अस्पताल का स्टाफ कहां था. जो उन्हें इस घटना के विषय में नहीं पता चल सका. परिजन अस्पताल में पहुंचे और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है. कंचन को कोरोना संदिग्ध के रूप में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मृतका कंचन कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं. यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.


नोएडा का ईएसआईसी अस्पताल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. इससे पहले भी इस अस्पताल में लापरवाही के मामले देखे गए हैं. हाल ही में यहां गर्भवती महिला को एडमिट नहीं किया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. लापरवाही के चलते ही अस्पताल के निदेशक का कुछ दिन पहले ही तबादला किया गया था.


मामले की जांच में जुटी पुलिस- डीसीपी


डीसीपी संकल्प शर्मा ने बताया कि मृतका ने अस्पताल की 7वी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.


यह भी पढ़ें- 


पूर्वी लद्दाख के गैलवान घाटी में हिंसक झड़प, तीन भारतीय सैनिक शहीद, चीनी सैनिक भी मारे गए


दिल्ली दंगो को लेकर क्राइम ब्रांच आज फाइल करेगी 5 और चार्जशीट, 39 लोगों को बनाया गया है आरोपी