नई दिल्ली: कोविड-19 का डर कम होने से लोग जांच के लिए कम आ रहे हैं. विशेषज्ञों ने बुधवार को अगस्त में दिल्ली में कोरोना वायरस की जांच के रोजाना आंकड़ों में बदलाव के मद्देनजर यह बात कही. उन्होंने कहा कि उत्सवों का मौसम और भारी बारिश के कारण अब कम संख्या में लोग जांच करा रहे हैं.


कोरोना की जांच करानेवालों की संख्या में कमी


मीडियोर अस्पताल कुतुब इंस्टीट्यूशन एरिया में प्रभारी डॉ मनोज शर्मा ने कहा कि भारी बारिश के कारण कुछ दिन तक कोरोना वायरस की जांच की संख्या में कमी देखी गई. इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी जैसे छुट्टियों वाले दिनों और त्योहारों पर भी जांच के लिए कम संख्या में लोग अस्पताल आए. राममनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड-19 के लिए नोडल अधिकारी देश दीपक ने कहा कि जांच की संख्या में बदलाव आ रहा है क्योंकि लोग छुट्टी वाले दिन बड़ी संख्या में नहीं आते.


कोविड का डर कम होना समेत उत्सव वजह


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को आगाह किया था कि इस मामले में आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए और लोगों को कोरोना वायरस के लक्षण होने पर अपनी जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर रोजाना कोविड-19 के लिए जांच की संख्या दोगुनी करके 40 हजार प्रतिदिन की जाएगी. आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में अगस्त में जांच की संख्या जुलाई की तुलना में कम हो गई है. अधिकारियों ने एक अगस्त से 15 अगस्त के बीच दिल्ली में कोविड-19 के लिए 2.58 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की. जबकि जुलाई में जांच का आंकड़ा 3.13 लाख से ज्यादा था.


केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम एक हफ्ते के भीतर रोजाना जांच की क्षमता को 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार करने जा रहे हैं. सघन जांच और पृथक-वास पर हमारी रणनीति जारी रहेगी.’’ आपको बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के एक हजार 544 नए मामले सामने आए. पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय में पहली बार आंकड़ों में बढ़ोतरी देखी गई.


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