रांची: झारखंड का प्रसिद्ध श्रावणी मेला इस बार कोरोना की वजह से स्थगित कर दिया गया है. राज्य सरकार ने आज निर्देश जारी कर कहा है कि इस बार देवघर का प्रसिद्ध सावन मेला नहीं लगेगा. इसके साथ ही अगर किसी राज्य के श्रद्धालु झारखंड की सीमा में देवघर जाने के लिए प्रवेश करते हैं तो उन्हें इसकी जानकारी दी जाए और राज्य सीमा पर ही निर्देश पत्र लगा दिया जाए.


दरअसल, कोरोना के इस संकट काल में पिछले कई महीनों से मंदिरों के कपाट बंद थे. केंद्र सरकार ने अनलॉक 1 के तहत राज्य सरकारों को ये छूट दी थी कि वो अपने मुताबिक नियमों में छूट या सख्ती बरत सकते हैं. झारखंड में अनलॉक 1 में मंदिरों को खोलने की छूट नहीं दी गई है. इसकी वजह से विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर और प्रमुख शिवलिंगों में से एक देवघर मंदिर अभी तक बंद है.


आज यानी 2 जुलाई को राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया है कि देवघर का शिव मंदिर और दुमका जिले का बासुकीनाथ मंदिर इस वर्ष श्रावणी मेले के लिए भक्तों के लिए नहीं खोला जाएगा.


इसके पीछे मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने तर्क दिया है कि भक्तों की भीड़ की वजह से राज्य में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं और झारखंड ने बड़ी मुश्किल से कोरोना के मामलों पर काबू पाया है. ऐसे में बाहर से आने वाले भक्तों की भीड़ से कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं और इसी के एहतियात के तौर पर आज देवघर और दुमका के डीसी से बात कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निर्देश दिया है कि मंदिरों का रखरखाव किया जाए लेकिन भक्तों के लिए बंद रखा जाए. इसके साथ ही राज्य की सीमाओं पर ही भक्तों को मंदिर आने के लिए प्रवेश करने से रोका जाए और साथ ही एक निर्देश पत्र भी सीमा पर लगाया जाए.


आपको बता दें कि देवघर का सावन मेला देश में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शिवभक्त दूर-दूर से कांवड़ लेकर देवघर जल चढ़ाने के लिए जाते हैं लेकिन इस बार रोक लगने से भक्तों में निराशा भी जरूर होगी. लेकिन कोरोना के संकट को देखते हुए ये बेहद जरूरी फैसला भी कहा जा रहा है.


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