Corona Vaccination: टीके की एक शीशे से दी जा रही 10 की जगह 12 डोज, वैक्सीन कंपनियों ने जताई हैरानी
टीकाकरण केंद्रों को आदर्श सूची में शामिल करने के लिए कई जगह एक शीशी में से ज्यादा खुराक निकालने पर जोर दिया जा रहा है. वहीं, विशेषज्ञों और वैक्सीन कंपनियों ने आंकड़ों पर हैरानी जताई है.
नई दिल्ली: टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन की एक शीशी में से ज्यादा से ज्यादा खुराक निकालने की खबरें सामने आ रही हैं. दरअसल, केंद्रों को आदर्श सूची में शामिल करने के लिए कई जगह एक शीशी में से ज्यादा खुराक निकालने पर जोर दिया जा रहा है.
हैरानी की बात ये है कि इन्हीं केंद्रों ने दावा किया कि 10 खुराक वाली शीशी से ये 12 खुराक निकाल पा रहे हैं. बता दें, चंडीगढ़, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और कई अन्य राज्यों से ये दावें किए गए हैं. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायल के पास 41 लाख से ज्यादा अतिरिक्त खुराक निकाले जाने का आंकड़ा मौजूद है. वहीं, विशेषज्ञ और वैक्सीन कंपनियों के मुताबिक ये आंकड़े हैरान कर देने वाला है.
देशभर में 41 लाख से ज्यादा अतिरिक्त खुराकें दी गई
जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया कि अब तक देशभर में 41 लाख 11 हजार 516 अतिरिक्त खुराकें दी गई हैं. तमिलनाडु से आंकड़ा सबसे अधिक देखा गया. यहां, 5 लाख 88 हजार 243 अतिरिक्त खुराकें दी गईं. वहीं, पश्चिम बंगाल में 4 लाख 87 हजार, गुजरात में 4 लाख 62 हजार, हरियाणा में 1 लाख 27 हजार वहीं, चंडीगढ़ में 5681 अतिरिक्त खुराकें निकाली गई हैं. इन राज्यों से कोविशील्ड की एक शीशे से 12 खुराकें निकालने का दावा किया गया है.
ज्यादा से ज्यादा एक खुराक निकाली जा सकती है- स्वास्थ्य विभाह के पूर्व अधिकारी
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाह के पूर्व अधिकारी महेंद्र प्रताप का इन आंकड़ों पर कहना है कि एक शीशी से अतिरिक्त खुराकें निकालने का लक्ष्य देना बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि बेहतर प्रशिक्षण और सतर्कता के जरिए ज्यादा से ज्यादा एक शीशी से एक खुराक निकाली जा सकती है.
इन राज्यों में हुई खुराक की बर्बादी
आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में एक भी अतिरिक्त खुराक निकालने का मामला अब तक सामने नहीं आया है. वहीं, अब तक यहां से 19 हजार 989 खुराकें बर्बाद जरूर हुई हैं. इसी तरह उत्तर प्रदेश में 13207, त्रिपुरा में 27552, पंजाब में 13613, मेघालय में 3518 खुराकें बर्बाद हुई हैं.
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