राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों में केजरीवाल सरकार की तरफ से जोर-शोर के साथ वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. दिल्ली के इन 96 स्कूलों में 18 से 44 साल के युवाओं के लिए वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए हैं, जहां पर हजारों की संख्या में रोजाना लोग टीका लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में स्कूलों के बदले हालात और वैक्सीनेशन को लेकर बेहतर प्रबंधन के चलते लोग दिल्ली सरकार की तारीफ कर रहे हैं.
भीड़-भाड़ कम, वैक्सीनेशन का बेहतर प्रबंधन
दिल्ली के यमुना विहार स्थिति GSBV स्कूल से पढ़ाई कर चुके विक्रम भी अपनी पत्नी सिद्धी शर्मा के साथ कोरोना की वैक्सीन लगाने पहुंचे. लेकिन पहले की तुलना में इस स्कूल के बदले हालात और रंग-रूप को देखकर वह काफी प्रभावित हुए. हेल्थ स्टाफ की पर्याप्त संख्या में मौजूदगी और भीड़-भाड़ ना होने के चलते उन्हें ज्यादा देर लाइन में बिना लगे ही टीका लग गया. यहां पर वैक्सीन लेने पहुंचने वालों में इस स्कूल से पढ़ाई कर चुके विक्रम प्रताप भी थे. उन्होंने कहा कि अब इस स्कूलों की हालत पहले की तुलना में काफी बेहतर हो गई है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा ध्यान
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लोगों को ज्यादा परेशानी ना हो इसका खास दिल्ली सरकार की तरफ से ध्यान रखा गया है. अपनी बेटी को वैक्सीन लगवाने गई भारती जैन ने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती के साथ का पालन कराया जा रहा है. इसके साथ ही, वहां पर आने वाले लोगों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन की आसान प्रक्रिया को देखते हुए एनसीआर के लोग में भी टीका लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर रुख कर रहे हैं. नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद और गाजियाबाद से लोग वैक्सीन लगवाने के लिए दिल्ली आ रहे हैं.