Covovax बूस्टर डोज को अगले हफ्ते मिल सकती है मंजूरी, जानिए ओमिक्रोन पर कितनी असरदार
Corona Booster Dose: कोवोवैक्स से लोगों में सुरक्षा और इम्युनिटी को लेकर 12 से 18 साल के 460 भारतीय किशोरों के बीच एक क्लिनिकल ट्रायल भी किया गया था. इसमें कोवोवैक्स इम्युनोजेनिक पाया गया था.
Corona Vaccine: भारत में फिलहाल कोरोना की स्थिति सामान्य है. दुनिया के कई देशों में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को लेकर भारत भी अलर्ट मोड पर है. इसी को देखते हुए देशभर में एक बार फिर से वैक्सीनेशन पर पूरी तरह से फोकस किया जा रहा है. अच्छी खबर यह है कि कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन को अगले हफ्ते बूस्टर डोज के रूप में मंजूरी मिल सकती है.
भारत के ड्रग रेगुलेटर का एक एक्सपर्ट पैनल अगले हफ्ते सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से बनाई गई कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स को बूस्टर डोज के रूप में इस्तेमाल करने पर विचार कर सकता है. केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि कोवोवैक्स को प्रतिबंधित उपयोग के लिए पहले ही मंजूरी दे दी गई है और बूस्टर के रूप में इसके इस्तेमाल पर अगले हफ्ते होने वाली बैठक में चर्चा की जा सकती है.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ असरदार
खुद मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि कोवोवैक्स टीके को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है. यह वैक्सीन कोविशील्ड की तुलना में कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ बहुत अच्छी तरह से काम करता है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के पास आपूर्ति के लिए टीके का पर्याप्त भंडार है.
Covovax एक प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन
28 दिसंबर 2021 को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने युवाओं में इमरजेंसी यूज के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी. इसके बाद यह 12 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिलने वाली चौथी वैक्सीन बन गई थी. यह एक प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन है जो इम्यूनिटी को बचाए रखेगी. पूनावाला ने यह भी कहा कि कोरोना के कहर के बीच हर कोई भारत की ओर आशा की नजर से देख रहा है.
12 से 18 साल के बच्चों में हुआ ट्रायल
Covovax से लोगों में सुरक्षा और इम्युनिटी को लेकर 12 से 18 साल के 460 भारतीय किशोरों के बीच एक क्लिनिकल ट्रायल भी किया गया था. इस ट्रायल को सफलता मिली थी. आंकड़ों से संकेत मिलता है कि किशोरों में कोवोवैक्स इम्युनोजेनिक था. वहीं, कोविशील्ड को लेकर पूनावाला ने बताया कि केंद्र के बाद कोविशील्ड का काफी स्टॉक है. इसे राज्यों को दिया जा सकता है. कोविशील्ड का उत्पादन फिलहाल रोका गया है. हालांकि, जरूरत पड़ने पर इसे फिर से शुरू किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:
विदेशी विश्वविद्यालयों के भारत में कैंपस खोलने का फैसला कितना सही और इसका क्या फायदा?