Corona Vaccination: भारत ने रचा इतिहास, कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज़ लगाने वाला पहला देश बना, पढ़ें 10 बड़ी बातें
Corona Vaccination: कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे और वहां स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की.
Corona Vaccination: देश ने गुरुवार को टीकाकरण अभियान में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली. भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने अपने नागरिकों को कोरोना रोधी टीके की 100 करोड़ से ज्यादा डोज़ लगाई है. भारत में टीकाकरण अभियान शुरू होने के सिर्फ 9 महीने के अंदर ही इस उपलब्धि को हासिल कर लिया गया. 100 करोड़ का आंकड़ा पार होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने टीकाकरण की इस उपलब्धि को भारतीय विज्ञान, उद्यमों और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की जीत करार दिया.
आज क्या क्या हुआ
1. पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिया Thumbs Up, स्वास्थ्य मंत्री ने देश को दी बधाई
कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे और वहां स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी की एक तस्वीर वायरल हो गई, जिसमें वह स्वास्थ्य कर्मियों को Thumbs Up दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने आरएमएल अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की.
इस बड़ी उपलब्धि पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके देश को बधाई दी है. उन्होंने लिखा है, ''बधाई हो भारत! दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के समर्थ नेतृत्व का यह प्रतिफल है.'' भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने इतनी तेजी से इतने बड़े आंकड़े को छुआ है.
इस उपलब्धि को हासिल करने के मौके पर प्रधानमंत्री राम मनोहर लोहिया अस्पताल भी पहुंचे. उन्होंने वहां अस्पताल के अधिकारियों, कर्मियों और कुछ लाभार्थियों के साथ बातचीत की. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी उनके साथ मौजूद थे.
2. दिल्ली मेट्रो ने की घोषणाएं
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने सार्वजनिक घोषणा के ज़रिए टीकाकरण के 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने पर लोगों को सूचना दी. साथ ही इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाने के लिए ट्रेनों और स्टेशनों में अपने पैनलों पर संदेश प्रदर्शित किए.
3. खास मौके पर गाना और फिल्म लॉन्च
इस मौके पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक गीत और एक फिल्म जारी की, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करने के पीछे के प्रयासों को दर्शाया गया है. इस गीत को कैलाश खेर ने गाया है. दृश्य-श्रव्य फिल्म में दिखाया गया है कि टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया कैसे शुरू हुई और कितनी मेहनत एवं प्रयासों के कारण दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ. इस फिल्म के माध्यम से टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले चिकित्सकों, नर्सों और अन्य लोगों को धन्यवाद भी दिया गया है.
4. 1400 किलो का तिरंगा प्रदर्शित किया गया
मनसुख मांडविया ने लाल किले पर गीत और फिल्म जारी की. लाल किले पर देश का सबसे बड़ा खादी तिरंगा प्रदर्शित किया गया है, जिसका वजन करीब 1,400 किलोग्राम है. इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है. यही तिरंगा दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर लेह में फहराया गया था.
5. स्पाइसजेट ने विमान को सजाया
खास मौके को यादगार बनाने के लिए स्पाइसजेट ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. 100 करोड़ खुराक की उपलब्धि हासिल होने पर स्पाइसजेट ने दिल्ली हवाई अड्डे पर अपने विमान को विशेष तौर पर सजाया जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही स्पाइसजेट के बोइंग-737 विमान की भी तस्वीर है. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मांडविया भी मौजूद रहे.
6. लोगों को खिलाया गया नाश्ता
केंद्र सरकार के कई अस्पतालों पर बैनर लगाए गए और इस खास अवसर पर टीका लगवाने आए लोगों और अस्पताल कर्मियों को नाश्ता भी दिया गया. इस तरह इस तरह ये खास मौका उन लोगों के लिए भी यादगार बन गया, जिन्होंने आज वैक्सीन की खुराक लगवाई.
7. 100 विरासत इमारतें हुईं रोशन
देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार जाने के मौके पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने (एएसआई) राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से अपने 100 विरासत स्मारकों को रोशन किया. अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, वैज्ञानिकों, टीका बनाने वालों और देश के नागरिकों को सम्मान देने के लिए ऐसा किया जा रहा है, जिन्होंने वैश्विक महामारी का हिम्मत से सामना किया.
8. WHO ने कही ये बात
100 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक तेद्रोस अधानोम गेब्रेयेसस ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैज्ञानिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और भारत के लोगों को कोविड-19 से संवेदनशील आबादी की रक्षा करने और टीकों के समतामूलक वितरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों के लिए बधाई.’’
9. पात्र व्यस्कों में से 75 फीसदी को लगी कम से कम एक खुराक
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, देश में टीकाकरण के पात्र वयस्कों में से करीब 75 प्रतिशत लोगों को कम से कम एक खुराक लग चुकी है, जबकि करीब 31 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं. देश में टीकों की सर्वाधिक खुराक देने वाले शीर्ष पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश शामिल हैं.
10. यूनिसेफ भारत ने दी बधाई
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) भारत ने भी यह उपलब्धि हासिल करने के लिए सरकार को बधाई दी और टीकाकरण की गति हालिया महीनों में तेज करने के भारत के प्रयासों का स्वागत किया. यूनिसेफ भारत ने कहा, ‘‘भारत जैसे विशाल और विविध देश में एक साल से कम समय में एक अरब खुराक देने में साजो-सामान संबंधी जटिलताओं के मद्देनजर यह उपलब्धि शानदार है. जब भारतीय परिवार कोविड-19 की हालिया विनाशकारी लहर से उबर रहे हैं, ऐसे में कई लोगों के लिए इस उपलब्धि का अर्थ उम्मीद है.’’
उसने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ महीनों में स्वास्थ्य कर्मियों को देश के हर हिस्से में टीकाकरण में तेजी लाने के लिए चौबीसों घंटे काम करते देखा है. कई कर्मियों ने लोगों को टीका लगाने के लिए सबसे दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में यात्रा की. हम इन स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत को सलाम करते हैं. उनके और वैज्ञानिकों, चिकित्सकों, टीका निर्माताओं, नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य प्रबंधकों के समर्पण के बिना हम इस मील के पत्थर को हासिल नहीं कर पाते.’’
कब कितनी खुराक तक पहुंचा था देश?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में टीकाकरण मुहिम शुरू होने के 85 दिन बाद तक 10 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी थीं, इसके 45 और दिन बाद भारत ने 20 करोड़ का आंकड़ा छुआ और उसके 29 दिन बाद यह संख्या 30 करोड़ पहुंच गई. देश को 30 करोड़ से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे और इसके 20 और दिन बाद छह अगस्त को देश में टीकों की दी गई खुराकों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ पहुंच गई. इसके बाद उसे 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 76 दिन लगे.
टीकाकरण मुहिम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और इसके पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे. इसके बाद दो फरवरी से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण आरंभ हुआ था. टीकाकरण मुहिम का अगला चरण एक मार्च से आरंभ हुआ, जिसमें 60 साल से अधिक आयु के सभी लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके लगाने शुरू किए गए.
देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से आरंभ हुआ था और 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू हुआ.