नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के खात्मे के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है. वहीं देश में अलग-अलग जगहों पर कोरोना वैक्सीन लोगों को दी जा रही है. पहले चरण के तहत आज तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. हालांकि इस बीच इस बात का भी ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है कि किन लोगों को ये वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए.


कोरोना वैक्सीन के अभियान की शुरुआत होने के बाद भी लोगों में कोरोना वैक्सीन को लेकर अभी कुछ शंका बनी हुई है. लोगों के मन में सवाल है कि आखिर किन लोगों को ये वैक्सीन लगवानी चाहिए और किन लोगों को ये वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए. हालांकि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर एक फैक्ट शीट जारी की है. जिसमें कई तरह की जानकारियों दी गई हैं.


इनको नहीं लगेगी वैक्सीन


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी इस फैक्ट शीट में दर्ज जानकारी के मुताबिक 18 साल से ज्यादा उम्र को लोगों को ही दोनों वैक्सीन दी जा सकती है. दरअसल, बच्चों में कोरोना वैक्सीन की स्टडी नहीं की गई है. इसलिए बच्चों को कोरोना वैक्सीन देने की इजाजत नहीं दी गई है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं या उन महिलाओं को भी ये वैक्सीन नहीं दी जाएगी जो अपनी गर्भावस्था को लेकर सुनिश्चित नहीं है. दरअसल, गर्भवती महिलाओं में कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर कोई डेटा क्लेक्ट नहीं किया गया.


इसके अलावा जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है और उनको एनाफिलेक्सिस या एलर्जी रिएक्शन हो जाता है तो उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं दी जाएगी. एनाफिलेक्सिस घातक साबित हो सकती है. इसके अलावा इंजेक्टेबल थैरेपी, फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट, खाद्य पदार्थ आदि के कारण पहले या बाद में एलर्जी या किसी भी प्रकार के रिएक्शन का सामना करना पड़ता है तो ऐसे लोगों को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी.


इसके अलावा जिनमें SARS-CoV-2 के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें वैक्सीन नहीं लगेगी. वहीं किसी भी बीमार के मरीज या अस्पताल में भर्ती मरीजों को वैक्सीन नहीं दी जाएगी. वैक्सीन जिन लोगों को दी जाएगी उन्हें सिरदर्द, थकान, बुखार, बदन दर्द, पेट में दर्द, उल्टी, चक्कर आना, खांसी, जहां इंजेक्शन लगा है वहां सूजन आना या दर्द होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि इन लक्षणों से घबराने की जरूरत नहीं है.


इन्हें लग सकती है वैक्सीन


कोरोना से संक्रमित हो चुके लोग, जो अब ठीक हो चुके हैं उन्हें वैक्सीन दी जा सकती है. एचआईवी, खराब इन्यूनिटी, कैंसर, कार्डियाक न्यूरोलॉजिकल और फेफड़े मेटाबॉलिक वाले मरीज ये वैक्सीन ले सकते हैं.


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