Corona Vaccination: भारत में कोरोना के 100 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी है लेकिन अभी भी पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण नहीं हुआ, वहीं अभी भी ऐसे लोग हैं जिन्होंने दूसरी डोज नहीं ली है. इसलिए अब कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 'हर घर दस्तक" अभियान की शुरुआत की.


इस अभियान के तहत उन लोगों के घर तक जाना है जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है या फिर दूसरी डोज नहीं ली है. इस अभियान की जरुरत इसलिए पड़ी क्योंकि देश के कई जिलों में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. इसलिए धीमी या कम रफ्तार वाले जिलों के अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री ने बुधवार को बैठक भी की.


सरकार की प्राथमिकता दूसरी खुराक है


विदेश दौरे से लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा अभियान लॉन्च किया. "हर घर दस्तक" अभियान के तहत उन लोगों को कोरोना का टीका लगाने के कहा जायेगा जिन्होंने पहली या दूसरी खुराक नहीं ली है. देश में लगभग 12 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने तय समय बीत जाने के बावजूद दूसरी खुराक नहीं ली है. सरकार की प्राथमिकता दूसरी खुराक पर है.


देश के 12 राज्यों के 45 जिलाधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री ने बुधवार को समीक्षा बैठक भी की. उन्हें वैक्सीनेशन की गति में तेजी लाने के लिए कहा. देश के 12 राज्यों में अरुणाचल के 6 जिले, असम 1, छत्तीसगढ़ 1, दिल्ली 1, हरियाणा 1, झारखंड 8, महाराष्ट्र 5, मणिपुर 8, मेघालय 4, मिजोरम 1, नागालैंड 8 और तमिलनाडु  का 1 जिला शामिल है.


प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक ले जाने और सुरक्षित टीकाकरण से लेकर घर-घर जाकर टीके लगाने के निर्देश दिए. पीएम ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वो हर घर टीका, घर घर टीका-हर घर-घर जाकर जोश के साथ घर-घर पहुंचें.


गाने और जिंगल का उपयोग करें- प्रधानमंत्री


प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में योग्य आबादी का टीकाकरण करने के लिए एक योजना के लिए गाने और जिंगल का उपयोग करें. COVID-19 से लड़ने के लिए पहली खुराक के साथ दूसरी खुराक पर भी उतना ही ध्यान दें.


'सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन' अभियान के तहत दिखाई थी अपनी क्षमताएं, अब 'हर घर दस्तक' अभियान को सफल बनाने का समय है. जिलाधिकारियों से जिलों को राष्ट्रीय औसत के करीब ले जाने के लिए कहा जिसके लिए पीएम ने स्थानीय धार्मिक नेताओं से मदद लेने का सुझाव दिया.


पीएम ने इस बैठक में कहा कि जिलों में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए नए Innovative तरीकों पर और ज्यादा काम करना होगा. अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए.


क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाने का सुझाव दिया


देश में 18 साल से उपर के लोगों को कोरोना का टीका दिया जा रहा है. 18 साल उपर की लगभग 94 करोड़ आबादी का वैक्सीनेशन इस साल दिसंबर के अंत तक करने का टार्गेट है ऐसे में केंद्र सरकार वैक्सीनेशन में किसी तरह की ढिलाई नहीं करना चाहती.


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