नई दिल्ली: मोदी सरकार ने सरकारी और निजी दफ्तरों में 45 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन देने का फैसला लिया है. केन्द्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि कार्यस्थल पर टीकाकरण सुनिश्चित की जाए. एक बार में 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा.


स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा, ''अर्थव्यवस्था के संगठित क्षेत्र में 45 वर्ष से अधिक उम्र की काफी आबादी है और कार्यालयों (सरकारी और निजी) या निर्माण और सेवा में औपचारिक व्यवसाय में शामिल है.''


भूषण ने पत्र में कहा, “इस आबादी तक टीकों की पहुंच बढ़ाने के क्रम में, कोविड-19 टीकाकरण सत्रों को मौजूदा कोविड टीकाकरण केंद्र के साथ जोड़ कर उन कार्यस्थलों (सरकारी एवं निजी दोनों) में आयोजित किया जा सकता है जहां करीब 100 पात्र और इच्छुक लाभार्थी हैं.”


स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “ऐसे कार्यस्थल टीकाकरण केंद्र 11 अप्रैल, 2021 से सभी राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किए जा सकते हैं.”


बता दें कि देश में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच सरकार ने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के उद्देश्य से कार्यस्थल पर वैक्सीन देने का फैसला लिया है.


देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1.15 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए. ये देश में महामारी फैलने की शुरुआत होने के बाद से संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा दैनिक मामले हैं. देश में अब तक 1,28,01,785 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 1,66,177 मरीजों की मौत हुई है.


टीकाकरण में तेजी


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण वाला देश बन गया है. भारत में रोजाना औसतन 30,93,861 खुराकें दी जा रही हैं. देश में अब तक कोविड-19 टीके की 8.70 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं.


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