देशभर में कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन का काम धीमी गति से आगे बढ़ रहा है. केंद्र सरकार ने 31 दिसंबर तक भारत के सभी वयस्कों के टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है. लेकिन अभी हम अपने लक्ष्य से बहुत पीछे हैं. देश की 65 फीसदी व्यस्क आबादी यानी कि करीब 50 करोड़ वयस्कों को अब तक वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं मिली है.
राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग के अनुमान के अनुसार 1 मार्च को भारत की वयस्क जनसंख्या 94 करोड़ है. 23 जुलाई सुबह सात बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, अबतक 42 करोड़ 35 लाख वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. इनमें से 33 करोड़ व्यस्क आबादी को कम से कम एक डोज मिली है और करीब नौ करोड़ व्यस्कों को दोनों डोज मिल चुकी है. यानी कि 50 करोड़ व्यस्कों को वैक्सीन की एक भी डोज नहीं मिली और 85 करोड़ व्यस्कों को दोनों डोज मिलना बाकी है.
देश में बीते दिन 54 लाख वैक्सीन की डोज दी गई. इससे पहले दिन 22 लाख डोज दी गई थी. औसतन देखा जाए तो हर दिन करीब 40 लाख वैक्सीन की डोज दी जा रही है. यानी कि महीने भर में करीब 12 करोड़ डोज दी जा रही है. इस तरह 31 दिसंबर तक करीब 50 करोड़ डोज दिए जाने की संभावना है.
देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था. कोरोना टीकाकरण के अगले चरण की शुरुआत 1 मार्च से शुरू हुआ था जिसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के साथ 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी हैं उनका टीकाकरण शुरू हुआ था. वहीं 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के हर व्यक्ति को टीकाकरण शुरू किया गया था. 1 मई से 18 से 44 साल के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ था. जबकि 21 जून से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मुफ्त टीकाकरण की शुरुआत शुरू हुआ था.
ये भी पढ़ें-
Coronavirus Cases: देश में बीते दिन 35 हजार से ज्यादा आए नए कोरोना केस, 483 संक्रमितों की मौत
मुंबई के शिवाजी नगर में बड़ा हादसा, इमारत गिरने से 3 लोगों की मौत और 10 घायल