नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस टीकाकरण का दूसरा चरण आज से शुरू हो रहा है. इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और किसी भी बीमारी से पीड़ित 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. बड़ी बात यह है कि इन लोगों को वैक्सीन के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा. टीकाकरण सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ कई चुनिंदा निजी अस्पतालों में भी होगा. जानिए कोरोना वैक्सीन के तीरसे चरण से जरूरी हर बड़ी बात.
प्राइवेट अस्पतालों में ₹250 देकर लगवा सकते हैं वैक्सीन
सरकार ने टीकाकरण के लिए 10 हजार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को चिन्हित किया है, जहां मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने वालों को वैक्सीन की कीमत चुकानी होगी. इसकी कीमत 250 रुपए प्रति व्यक्ति-प्रति डोज़ होगी.
कोविन पोर्टल पर बुक होगी वैक्सीनेशन के लिये अपॉइंटमेंट
टीकाकरण के लिये अपॉइंटमेंट और रजिस्ट्रेशन कोविन पोर्टल पर होगा. कोविन पोर्टल पर उपलब्ध स्लॉट्स के आधार पर अपॉइंटमेंट लिया जा सकता है. वैक्सीनेशन प्रोग्राम लांचिंग के दिन यानी 1 मार्च को अपॉइंटमेंट के लिए ऑनलाइन स्लॉट्स दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपलब्ध रहेंगे. इसके बाद 2 मार्च से ऑनलाइन स्लॉट्स सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपलब्ध रहेंगे. कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स की लिस्ट भी कोविन पोर्टल पर उपलब्ध होगी. एक मोबाइल नम्बर से 4 से ज़्यादा लोगों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकता.
वैक्सीन के लिए कैसे कराएं अपना रजिस्ट्रेशन
सरकार के पहले के नोटिफिकेशन के मुताबिक वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को सबसे पहले Co-Win app पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. एक बार जब रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, तब व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस से इसकी सूचना दी जाएगी. इस सूचना में वैक्सीन लगाने की तारीख, जगह और समय के बारे में जानकारी दी जाएगी.
रजिस्ट्रेशन के लिए कौन से ID कार्ड मान्य होंगे?
1. आधार कार्ड.
2. इलेक्टोरल फोटो आईडेंटिटी कार्ड. (वोटर आई कार्ड)
3. अगर ये दोनों न आईडी न हों, तो रजिस्ट्रेशन के समय इस्तेमाल में लाया गया फोटो आधारित आई कार्ड.
4. रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर द्वारा बनाया गया को-मॉर्बीडीटी सर्टिफिकेट.
अगर नहीं कराया रजिस्ट्रेशन तो क्या लगेगा टीका?
टीकाकरण को लेकर इस वक्त जो सबसे बड़ा सवाल है वो है कि क्या जो लोग रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे, उनको टीका नहीं लगेगा? रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा लोगों को 'वॉक इन रजिस्ट्रेशन' की सुविधा भी दी जाएगी. यानि वो लोग जो मोबाइल फोन फ्रेंडिली नहीं हैं या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं, वो लोग सीधे अस्पताल जाकर भी वैक्सीन लगवा सकते है. हालांकि बताया जा रहा है कि पहले प्राथमिकता ऑनलाइन या एप के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही दी जाएगी.
सरकार ने कहा है कि लोग 20 हजार निजी केंद्रों पर भी वैक्सीन लगा सकेंगे. वैक्सीन पर बने राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के मुताबिक देश में 50 साल से ऊपर और किसी बीमारी के साथ जी रहे 50 साल के उम्र के ऊपर के लोगों की कुल संख्या लगभग 27 करोड़ है.
को-मॉर्बिड लाभार्थियों के लिये 20 बीमारियों की सूची
45 से 59 साल के ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनके लिए 20 तरह की गंभीर बीमारियों की सूची जारी की गई है. सिर्फ इन्हीं 20 गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से अधिक आयु वाले लोग वैक्सीनेशन का लाभ पा सकेंगे. लाभार्थी को रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर से अपनी बीमारी का सर्टिफिकेट बनवाकर लाना होगा.
16 जनवरी से वैक्सीन अभियान का पहला चरण शुरू हुआ था. इस चरण में अब तक करीब 1.50 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. पहले चरण में सिर्फ 2000 निजी केंद्र शामिल थे लेकिन दूसरे चरण में निजी केंद्रों की भूमिका बढ़ेगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, देश के 12 हजार निजी अस्पताल आयुष्मान भारत से जुड़े हुए हैं.
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