Child Vaccination: राजधानी दिल्ली में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों के वैक्सिनेशन की शुरुआत हो गई. सुबह 9 बजे से ही बड़ी संख्या में बच्चे वैक्सिनेशन सेंटर पहुंचे. बच्चों ने बढ़चढ़कर कर वैक्सिनेशन ड्राइव में हिस्सा लिया. बच्चों के उत्साहित होने का कारण है कि वैक्सिनेशन के बाद उनकी पढ़ाई लिखाई समान्य तरीके से हो पाएगी. 


15-18 आयुवर्ग के बच्चे ज्यादातर बोर्ड के अभ्यर्थी हैं. ऑनलाइन पढ़ाई होने के कारण इन्हें इंतजार था कि कब इनके लिए वैक्सीन आएगी और कब से अच्छे से स्कूलों में जाकर पढ़ाई कर पाएंगे. बच्चों को उम्मीद है कि अगर सब लोग वैक्सिनेट हो जाते हैं तो परिस्थितियां जल्द ही समान्य हो जाएंगी.


11 वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही दक्षा कहती हैं की वैक्सिनेट होने का बहुत असर पड़ेगा. पढ़ाई लिखाई बहुत प्रभावित हो गई थी. अब शायद पहले की तरह स्कूल जा पाएं. सबको जल्द से जल्द वैक्सिनेट हो जाना चाहिए. 12 वीं की पढ़ाई कर रही एक छात्रा कहती हैं कि वैक्सीन का इंतजार कर रहे थे. ऑनलाइन पढ़ाई चलती है मगर स्कूल में टीचर्स से सामने से सीखने में ज्यादा समझ आता है.


11 वीं में पढ़ने वाले एक छात्र कहते हैं कि 2 साल से हम ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं जिसका असर पढ़ाई पर बहुत नेगेटिव हुआ है. अब शायद नार्मल तरीके से स्कूल जा पाएंगे. 12वीं में पढ़ने वाले एक छात्र कहते हैं कि उन्हें वैक्सिन को लेकर किसी बात का डर नहीं है. बल्कि इंतजार था कि वैक्सीन जल्दी आये और हम वैक्सिनेट हो पाएं ताकि जिंदगी पहले की तरह सामान्य हो पाए.


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बता दें कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. बीते 24 घंटे में दिल्ली में 4099 कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही एक शख्स की इससे मौत भी हो गई है. वहीं दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 10,986 हो गई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना से 1,509 लोग ठीक भी हुए हैं.



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