देश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन कार्यक्रम तेजी से जारी है. वहीं भारत में टीकाकरण के बाद पहली मौत की पुष्टि हुई है. दरअसल केंद्र सरकार द्वारा गठित AEFI पैनल की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है.बता दें कि वैक्सीनेशन के बाद लोगों में किसी प्रकार के साइड इफेक्ट्स या मौत जिसे एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन (AEFI) कहा जाता है का पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. इस AEFI पैनल ने 31 गंभीर मामलों की स्टडी की और फिर पुष्टि की कि वैक्सीनेशन के बाद 8 मार्च को एनाफिलेक्सिस (एक तरह का एलर्जिक रिएक्शन) के कारण एक 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई है.
एईएफआई अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने कहा वैकेसीनेशन के बाद यह पहली मौत है जो हमने देखी है. जिसमें जांच के बाद मौत का कारण टीकाकरण के बाद एनाफिलेक्सिस पाया गया है.
रिपोर्ट में वैक्सीन को बताया गया काफी फायदेमंद
पहली बार AEFI कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में माना कि 1 व्यक्ति की मौत वैक्सीन की वजह से हुई है हालांकि ये भी रिपोर्ट में साफ लिखा गया है कि वैक्सीन के फायदे कहीं ज्यादा हैं.
31 गंभीर मामलों पर कमेटी ने की स्टडी
कमेटी ने 31 गंभीर मामलों का मूल्यांकन किया था. इसमें 28 लोगों की मौत हुई. लेकिन कमेटी की रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि इन 28 मौतों में से महज 1 मृत्यु वैक्सीनेशन की वजह से हुई है. तीन लोगों को एनाफिलेक्सिस (वैक्सीन प्रॉडक्ट रिलेटिड रिएक्शन) की शिकायत आई थी. इसके बाद दो लोग अस्पताल में भर्ती होने के बाद ठीक हो गए जबकि 1 की मौत हो गई.
AEFI कमिटी की रिपोर्ट में 31 गंभीर मामलों में 18 मामले कोइंसिडेंटल थे इनका वैक्सीन से कोई लिंक नहीं था. जबकि 7 मामले अनिश्चित (टीकाकरण के तुरंत बाद के हैं लेकिन कोई सबूत नहीं है कि यह टीके के कारण हैं) थे. 3 मामले वैक्सीन प्रॉडक्ट रिलेटिड थे जबकि दो मामले अवर्गीकृत (महत्वपूर्ण जानकारी अनुपलब्ध) वाले थे वहीं 1 मामला एनजाइटी रिलेटिड रिएक्शन था जिसे Anaphylaxis कहा जाता है और वैक्सीन लेने के आधे घंटे के अंदर शरीर में हुए सीवियर रिएक्शन के तौर पर माना जाता है.
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