नोएडा में रहने वाले दूसरे राज्यों के लोगों को कैसे मिलेगी कोरोना वायरस की वैक्सीन? गौतम बुद्ध नगर के CMO ने दिया ये जवाब
सीएमओ ने कहा कि नोएडा वासियों को प्राथमिकता देने का मतलब ये नहीं है कि नोएडा के मूल निवासियों को ही वैक्सीन दी जाएगी, बल्कि वैक्सीन नोएडा या ग्रेटर नोएडा में रह रहे सभी लोगों को दी जाएगी.
नई दिल्ली: गौतम बुद्ध नगर और गाज़ियाबाद जैसे ज़िलों में 10 दिन बाद सोमवार से वैक्सीनेशन का तीसरा दौर शुरू हो गया है, जिसमें 18 - 44 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. एक दिन में गौतम बुद्ध नगर और गाज़ियाबाद में कुल मिला कर लगभग 6 हज़ार लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. 18 साल से ऊपर के लोगों में वैक्सीन को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है.
लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन की नई गाइडलाइन्स के मुताबिक केवल यूपी वासियों को ही वैक्सीन मिलेगी. नोएडा स्थित सेक्टर 30 के ज़िला अस्पताल के बाहर तैनात गार्ड्स लोगों की वैलिड आईडी देखने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दे रहे हैं. हालांकि केंद्र सरकार के cowin पोर्टल पर कोई भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. इस बात ने दिल्ली समेत एनसीआर में रहने वालों को असमंजस में ज़रूर डाल दिया है.
नोएडा में कई राज्यों के नौकरीपेशा लोग रहते हैं. ऐसे में वैक्सीन लेने के लिए क्या करें, ये सवाल ज़रूर उठ रहा है? इस सवाल का जवाब देते हुए गौतम बुद्ध नगर के सीएमओ दीपक ओहरी कहतें हैं कि जो लोग नोएडा में अन्य राज्यों से आकर बसे हुए हैं उन्हें अपना रेंट एग्रीमेंट, लीज़ पेपर, या बिजली का बिल लेकर वैक्सीनेशन सेंटर आना होगा और उन्हें भी वैक्सीन लगाई जाएगी, लेकिन अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को वैक्सीन अगर हम देते हैं, तो राज्य के लोगों के लिए वैक्सीन पर्याप्त नहीं होगी.
सीएमओ ने कहा कि नोएडा वासियों को प्राथमिकता देने का मतलब ये नहीं है कि नोएडा के मूल निवासियों को ही वैक्सीन दी जाएगी, बल्कि वैक्सीन नोएडा या ग्रेटर नोएडा में रह रहे सभी लोगों को दी जाएगी. हालांकि केंद्र ने इस तरह की कोई गाइडलाइन्स जारी नहीं की है, जिसमें किसी भी व्यक्ति को वैक्सीन के लिए लोकल एड्रेस का प्रमाण देना पड़े.
इस फैसले ने कहीं ना कहीं प्रवासियों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि उन्हें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर्स आईडी जैसे कागज़ देने के साथ उन्हें अपना लोकल एड्रेस प्रूफ भी देना होगा. यूपी के 7 ज़िलों में 18-44 साल के व्यक्तियों के लिए वैक्सीनेशन 1 मई को शुरू की गई थी, जिसके बाद सोमवार को 11 और ज़िलों में ये प्रक्रिया शुरू हुई है.
नोएडा में 16 टीकाकरण केंद्र हैं, एक दिन में लगभग 2800 को टीका लगाने का लक्ष्य है. गाज़ियाबाद में 16 टीकाकरण केंद्रों में एक दिन में लगभग 3000 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है.