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COVID-19 Vaccine: भारत में अब इन विदेशी कोरोना वैक्सीन की भी हो सकती है एंट्री, जानिए क्या होगी कीमत
COVID-19 Vaccine in India: कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के बाद रूस में विकसित 'स्पुतनिक-वी' भारत में आपातकालीन उपयोग मंजूरी हासिल करने वाली तीसरी कोविड-19 वैक्सीन है. देश में टीकों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए अभी कई वैक्सीन लॉन्च हो सकती है.
नई दिल्ली: भारत सरकार ने देश में कोरोना वायरस टीकों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विदेश निर्मित वैक्सीन को आपात इस्तेमाल मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज कर दी है. हाल ही में देश में रूसी टीके 'स्पूतनिक वी' को मंजूरी दी गई. इसके अलावा भी दूसरे टीकों के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की प्रक्रिया जारी है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना, फाइजर-बायोएनटेक, जॉनसन एंड जॉनसन, नोवावैक्स की वैक्सीन को भी मंजूरी मिल सकती है.
कितनी होगी इन वैक्सीन की कीमत
- अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना ने एमआरएनए तकनीक पर अपने टीके का निर्माण किया है, जिसका प्रभाव 94.1 फीसदी है. इसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल पर दी जाती है. मॉडर्ना के टीके को 30 दिन तक 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रेफ्रिजरेटर में रखा जा सकता है. इसे शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर छह महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार टीके की एक खुराक की कीमत 15 डॉलर से 33 डॉलर (1125 रुपये - 2475 रुपये) तक हो सकती है.
- फाइजर-बायोएनटेक का कोविड-19 टीका मॉडर्ना टीके की तरह ही है. यह नोवेल कोरोना वायरस के जेनेटिक पदार्थ के खंडों पर आधारित है. इस टीके की दो खुराक तीन सप्ताह के अंतराल पर दी जाती है और इसका प्रभाव 94 फीसदी तक है. फाइजर के टीके को लेकर सबसे बड़ी समस्या इसे शून्य से 70 डिग्री सेल्सियस कम तापमान में रखने की आवश्यकता है. इस टीके की एक खुराक की कीमत 6.75 डॉलर से 24 डॉलर (506 रुपये - 1800 रुपये) तक हो सकती है.
- जॉनसन एंड जॉनसन के टीके की सिर्फ एक खुराक ही दी जाती है. कंपनी के अनुसार इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में तीन महीने तक रखा जा सकता है और शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर इसे दो साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है. इस टीके का प्रभाव दुनियाभर में 66 फीसदी और अमेरिका में 72 फीसदी तक पाया गया है. इस एक डोज वाली वैक्सीन की कीमत 8.5 डॉलर से 10 डॉलर (637 रुपये - 750 रुपये) तक हो सकती है.
- दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अब नोवावैक्स वैक्सीन का मानव परीक्षण करने जा रही है. नोवावैक्स की वैक्सीन ब्रिटेन में मानव परीक्षण के दौरान 89.3 फीसदी सुरक्षित पाई गई है. जिसके बाद घरेलू स्तर पर मानव परीक्षण करने के लिए स्थानीय अधिकारियों को आवेदन दिया गया है. इसकी कीमत भारत में तीन डॉलर (225 रुपये) हो सकती है.
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
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