Explainer: पीएम मोदी ने जिन तीन वैक्सीन का किया था जिक्र, कब तक आ पाएंगी? जानिए
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को कोरोनावायरस की वैक्सीन के बारे में बताया था.भारत में अभी तीन कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर काम कर रही हैं. यह कंपनियां मानव ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण पर काम कर रही हैं.
नई दिल्ली: पूरे देश इस वक्त कोरोना वायरस की वैक्सीन आने का इंतजार कर रहा है. अमेरिका, रूस, ब्रिटेन के अलावा भारत में भी कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है. देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को कोरोनावायरस की वैक्सीन के बारे में बताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि वर्तमान में भारत में कोराना की एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन-तीन वैक्सीन्स टेस्टिंग के चरण में हैं. जानें इन तीन वैक्सीन्स की कबतक आने की संभावना है.
भारत में अभी तीन कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर काम कर रही हैं. यह कंपनियां मानव ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण पर काम कर रही हैं. हालांकि तीसरे चरण का ट्रायल पूरा होने में कुछ वक्त जरूर है, लेकिन जैसे ही तीसरा ट्रायल पूरा होगा, वैक्सीन लोगों को उपलब्ध हो जाएंगी.
पीएम मोदी ने किन तीन कंपनियों का जिक्र किया, कौनसी वैक्सीन बन रही?
- भारत बायोटेक और आईसीएमआर कोवैक्सिन (Covaxin) के नाम से वैक्सीन बना रही है.
- जायडस कैडिला जायकोव-डी (ZyCoV-D) के नाम से वैक्सीन बना रही है.
- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका मिलकर कोविशील्ड (AZD 1222) वैक्सीन पर काम कर रहे हैं.
1- भारत बायोटेक और आईसीएमआर
भारत की पहली संभावित कोरोना रोधी वैक्सीन कोवैक्सिन का ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल दिल्ली, पटना, भुवनेश्वर, चंडीगढ़ समेत देश के 12 हिस्सों में चल रहा है. कोवैक्सिन का निर्माण भारत बायोटेक, आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी (एनआईवी) ने मिलकर किया है. इसकी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के हैदराबाद कारखाने में की जाएगी.
2- जायडस कैडिला
भारतीय दवा बनाने वाली कंपनी जायडस कैडिला ने प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन 'जायकोवी-डी' का 6 अगस्त से दूसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण शुरू कर दिया है. पहले चरण का क्लिनिकल परीक्षण हानिरहित और सहनीय रहा था. कंपनी ने कहा कि पहले चरण के क्लिनिकल परीक्षण में वैक्सीन की खुराक दिए जाने पर स्वयंसेवी स्वस्थ पाए गए. उन्होंने इस खुराक को अच्छी तरह सहन कर लिया. परीक्षण 15 जुलाई को शुरू हुआ था.
3- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया
इसके अलावा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन तैयार कर ली जाएगी. सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्रजेनेका ऑक्सफोर्ड वैक्सीन पर काम कर रही है, जिसका तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है. इसका भारत में अगस्त में मानव परीक्षण शुरू होने की उम्मीद है.
यह भी पढ़ें-
Explainer: देश में Facebook-WhatsApp पर BJP-कांग्रेस आमने सामने, जानिए क्यों मचा है बवाल