नई दिल्ली: देश और दुनिया में अब कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है. कई देशों में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है तो वहीं कई देशों में कोरोना वैक्सीन लोगों की दी जानी भी शुरू की जा चुकी है. वहीं भारत में भी लोगों के इस्तेमाल के लिए जल्द ही कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने की उम्मीद की जा रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि हर रोज एक बूथ पर केवल 100 लोगों को ही वैक्सीन दी जाएगी.


कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ती जा रही है. अब केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बारे में कहा है कि प्रतिदिन केवल 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा ताकि सभी को टीका दिया जा सके. भारत जल्द ही लोगों का टीकाकरण शुरू करने के लिए कमर कस रहा है. चौबे ने कहा है कि वे जल्द ही राज्यों को वैक्सीन को संभालने के लिए उपकरण भेजना शुरू करने वाले हैं.


आवश्यक उपकरण भेजने की प्रक्रिया


केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, 'हम राज्यों को कोविड-19 वैक्सीन के भंडारण और हैंडलिंग के लिए आवश्यक उपकरण भेजने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं. प्रतिदिन एक बूथ पर केवल 100 लोगों को टीका दिया जाएगा.' वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि अगर लॉजिस्टिक अनुमति देता है तो रोजाना वैक्सीन दिए जाने वाले लोगों की संख्या 200 तक भी जा सकती है. मंत्रालय ने 'कोविड-19 वैक्सीन्स ऑपरेशनल गाइडलाइन्स' नामक एक दस्तावेज भी जारी किया.


जल्द मिल सकती है मंजूरी


दरअसल, अमेरिका की फाइजर, पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक जैसी फार्मा कंपनियां, जो स्वदेशी वैक्सीन उम्मीदवार कोवाक्सिन का निर्माण कर रही हैं, ने नियामक निकायों से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया है. माना जा रहा है कि इन्हें जल्द ही मंजूरी दी जा सकती है.


यह भी पढ़ें:
कनाडा पहुंची फ्रीजर में पैक कोरोना वैक्सीन पहली खेप, इस महीने 2.50 लाख लोगों को लगेगा टीका
बहरीन ने चीनी कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी, 86 फीसदी प्रभावी है ये टीका