नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 24103 नए मामले सामने आए हैं जबकि 357 लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही पिछले 24 घंटे में 22,695 रिवकरी भी दर्ज की गई है.
दिल्ली में अब तक कोरोना के 10,04,782 मामले आ चुके हैं. 8,97,804 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं 13,898 लोगों की मौत अब तक इस महामारी से हुई है. दिल्ली में कुल 93,080 एक्टिव केस हैं.
वहीं दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के तहत आने वाले व्यापारी संगठनों ने दिल्ली में अगले 1 हफ्ते के लिए और बाजार बंद रखने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद अब देश की राजधानी में 26 अप्रैल से 2 मई तक बाजार बंद रहेंगे. व्यापारी संगठन इसके साथ ही सरकार से भी अपील की है कि लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए फिलहाल 1 हफ्ते का और लॉकडाउन बढ़ाया जाए.
कोरोना संकट को देखते हुए दिल्ली में व्यापारी संगठनों ने स्वैच्छिक लॉकडाउन का निर्णय लिया है. दिल्ली के 100 से अधिक प्रमुख व्यापारी संगठनों ने कोरोना के कारण से पैदा हुई विकट स्थिति को देखते हुए ये निर्णय लिया है कि दिल्ली में लॉकडाउन को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है, जिससे दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना की रफ्तार को रोका जा सके.
स्वैच्छिक रूप से 2 मई तक अपने बाज़ार बंद रखेंगे व्यापारी संगठन
व्यापारी संगठन की बैठक में मीटिंग में तय किया गया की अगर दिल्ली सरकार कैट के आग्रह को स्वीकार करते हुए लॉकडाउन को आगे बढ़ाती है तो यह सरकार का एक अच्छा कदम होगा. लेकिन अगर सरकार किसी कारण से लॉकडाउन नहीं बढ़ाती है तो दिल्ली के व्यापारी संगठन बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से स्वैच्छिक रूप से सोमवार 26 अप्रैल से 2 मई तक अपने बाजार बंद रखेंगे.
यह भी पढ़ें: दिल्ली HC से केंद्र ने कहा- देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता, लेकिन दिल्ली सरकार उसे यहां तक लाने में नाकाम