नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस के चलते कारोबार चौपट होने से दुनिया भर के शेयर बाजारों में कोहराम मच गया है. कोरोना वायरस के कारण आज सुबह सेंसेक्स 1100 अंक गिर गया. इतना ही नहीं अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस भी करीब 1200 अंक गिर गया. अमेरिकी के बाजार के इतिहास में एक दिन में ये सबसे बड़ी गिरावट है.
बाजार का हाल
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 960.23 अंक यानी 2.42 फीसदी की गिरावट के बाद 38,785.43 के स्तर पर खुला. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 290.25 अंक यानी 2.49 फीसदी की गिरावट के बाद 11,343.05 के खुला.
मार्केट एक्सपर्ट पंकज जयसवाल का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से चीन की अर्थवव्यस्था पर बुरा असर पड़ा है, जिससे भारत के शेयर मार्केट पर भी प्रभाव पड़ा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोन्लड ट्रंप की यात्रा से उम्मीद थी. लेकिन भारत सरकार सेंटीमेट बनाने में विफल रही है.
जानिए कैसे कोरोना वायरस बन गया इस बीयर ब्रांड के लिए बड़ी मुसीबत
जापान में भी बाजार सुस्त
जापान में बाजार का हाल बताने वाला निक्की 1.79 फीसदी तक गिर गया. जापान में कोरोना के 890 मामले दर्ज किये गए हैं, इनमें 705 मामले क्रूज से जुड़े हैं. इस जानलेवा वायरस की वजह से चीन में अबतक करीब दो हजार 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 80 हजार लोग इससे प्रभावित हैं. फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, आयरलैंड, इजरायल, जापान, ईरान, ईराक कोरिया समेत करीब 40 देशों में वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है.
कोरोना वायरस से वैश्विक मंदी का खतरा: मूडीज
वहीं, दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नज़र रखने वाली मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस एक महामारी का रूप लेता है तो वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी आ सकती है. कोरोना वायरस चीनी अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका है, जो अब पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बना चुका है.
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा कि बंद कारखाने चीन की विनिर्माण आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भर देशों और कंपनियों के लिए समस्या हैं. एप्पल, नाइक और जनरल मोटर्स ऐसी अमेरिकी कंपनियां हैं, जो इससे प्रभावित हैं. वायरस की वजह से चीनी व्यापार थम सा गया है. यहां पर्यटन पर भी काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. वैश्विक एयरलाइंस चीन में नहीं जा रही हैं और अधिकांश समुद्री जहाजों ने भी एशिया-प्रशांत मार्गों को स्थगित कर दिया है.