नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना से 412 मौतें हुई हैं और 25,219 नए कोविड मामले सामने आए हैं. इसके अलावा 27,421 लोग रिकवर हुए हैं. दिल्ली में इस समय कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 96,747 है. वहीं दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 31.61 % है.




वहीं शनिवार को दिल्ली के बत्रा अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख सहित कोरोना संक्रमित 12 मरीजों की कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई. अस्पताल के कार्यकारी निदेशक सुधांशु बंकाटा ने कहा, 'रोगी के एक बार ऑक्सीजन सपोर्ट से हटते ही उसे बचाना मुश्किल हो जाता है. दुर्भाग्यवश हमें और लोगों की मौत होने की आशंका है.' बत्रा अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर एससीएल गुप्ता ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों में अस्पताल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख आरके हिमतानी भी शामिल हैं. उन्हें 15-20 दिन पहले भर्ती कराया गया था.


दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, 'ये खबर बहुत ही ज्यादा पीड़ादायी है. समय पर ऑक्सीजन देकर इनकी जान बच सकती थी. दिल्ली को उसके कोटे की ऑक्सीजन दी जाए. अपने लोगों की इस तरह होती मौतें अब और नहीं देखी जाती. दिल्ली को 976 टन ऑक्सीजन चाहिए और कल केवल 312 टन ऑक्सीजन दी गई. इतनी कम ऑक्सीजन में दिल्ली कैसे सांस ले?'


दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई


वहीं शनिवार को ही दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के मामले की सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार किया. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, 'पानी अब सिर से ऊपर चला गया है. केंद्र अभी सब कुछ व्यवस्थित करे.' दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि दिल्ली को आज से ही किसी भी कीमत पर 490 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. हाईकोर्ट ने कहा, 'हमारे सामने लोगों की जान चली गई और लोगों की मौत पर हम आंख नहीं मूंद सकते.' मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी.


दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि हमें काम से मतलब है. दिल्ली में लोग मर रहे हैं और क्या हम अपनी आंख बंद किए रहें. हाईकोर्ट ने बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से आठ लोगों की मौत का संज्ञान लेते हुए केंद्र से कहा, ‘अब बहुत हो गया.’


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