नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अपने-अपने प्रदेशों की तरफ लौट रहे लोगों को खासा दिक्कत आ रही है. यातायात की सभी सुविधाए बंद होने की वजह से लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं. लखनऊ के चारबाग बस अड्डे पर सैकड़ों की संख्या में लोग बसों के इंतज़ार में खड़े हैं. किसी को रायपुर जाना है तो किसी को गोरखपुर. कोई 4 दिन से बस स्टैंड पर है तो कोई 2 दिन से. ये लोग बस स्टैंड के शेड के नीचे ही सोते हैं और किसी की तरफ से भिजवाया गया खाना का लेते हैं. लोग परेशान हैं और सरकार से आस लगाए बैठे हैं कि उनके लिए कुछ किया जाए.


दिल्ली के गाजीपुर, लालकुआं और आनंदविहार में भी ऐसे ही हालात देखने को मिला है. भारी तादाद में लोग अपने घरों को लौट रहे हैं. उनका कहना है कि काम बंद है और खाने के लिए उनके पास कुछ नहीं है ऐसे में पलायन एकमात्र विकल्प है. हालांकि इतनी भीड़ में लोगों के पलायन करने या बस अड्डों पर इकट्ठा होने से हालात बेकाबू हो सकते हैं. संक्रमण का खतरा बड़ सकता है.


केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- भोजन और रहने का प्रबंध करेंगे


उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने पलायन के संदर्भ में कहा कि लोग दिल्ली से निकल कर आ रहे हैं. दिल्ली प्रदेश सरकार को जैसा इंतजाम करना चाहिए था वैसा नहीं किया गया. इसी वजह से लोग बड़ी संख्या में निकल रहे हैं. उनको सुविधाएं उपलब्ध नहीं की गई. जिला अधिकारी इंतजाम कर रहे हैं. कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं. इस वक्त जरूरी है कि संक्रमण को रोकना.''


उन्होंने आगे कहा,'' ये लोग जहां से भी निकल रहे हैं हम रास्ते में भोजन और रहने का प्रबंध करेंगे'' उन्होंने कहा- देश के किसी भी हिस्से में होंगे व्यवस्था का प्रबंध करेंगे लेकिन लोगों से अपील है कि वह जहां है वहीं रहें इससे संक्रमण फैलने से रुकेगा.''


बता दें कि देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बड़ रही है. देश में अब तक 886 लोग इस गंभीर वारस की चपेट में हैं तो वहीं 19 लोगों की जान चली गई है.