कोरोना वायरस केरल में राजकीय आपदा घोषित, तीन मामले सामने आए
चीन में कोरोना वायरस से 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं भारत में इसके तीन मामले सामने आए हैं. तीनों ही मामले केरल के हैं.
तिरुवनंतपुरम: पड़ोसी देश चीन में कहर मचाने वाले कोरोना वायरस के तीन मामले भारत में भी सामने आए हैं. ये तीनों के तीनों मामले केरल के हैं. इसके प्रकोप को देखते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कोरोना वायरस को राजकीय आपदा घोषित किया है.
स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने विधानसभा में बताया कि रविवार तक राज्य में 104 नमूनों की जांच की गई है जिनमें से तीन में संक्रमण की पुष्टि हुई है. तीनों चीन से केरल लौटे लोगों में हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि हाल ही में चीन के वुहान विश्वविद्यालय से केरल लौटा एक छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित है. छात्र को कासारगोड में कान्हानगढ़ जिला अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है.
इससे पहले आए दो अन्य मामले भी वुहान से लौटे केरल के लोगों में ही आए हैं. दोनों त्रिशूर और अल्पुझा के रहने वाले हैं. सरकार ने लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन लोगों को घरों में रहने को कहा गया है वे कहीं भी आने-जाने से बचें और 28 दिन तक किसी भी कार्यक्रम या आयोजन का हिस्सा ना बनें.
सजग केंद्र सरकार कोरोना वायरस संक्रमण को काबू में करने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए गठित एक मंत्रिसमूह की आज पहली बैठक हुई. मंत्रिसमूह में केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, हरदीप पुरी, एस जयशंकर, जी किशन रेड्डी, अश्विनी कुमार चौबे और मनसुख लाल मंडाविया शामिल हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मंत्रियों को यह भी बताया गया कि वुहान से निकाले गए 645 लोगों को राजधानी दिल्ली और इसके आसपास सेना और आईटीबीपी द्वारा स्थापित पृथक देखभाल केंद्रों में भर्ती किया गया है. सभी की दैनिक आधार पर चिकित्सकीय जांच की जा रही है, हालांकि उनमें से किसी की भी जांच रिपोर्ट कोरोना वायरस संक्रमण के लिए सकारात्मक नहीं आयी है. इसके अलावा, वर्तमान में देशभर में 2,815 लोग सामुदायिक निगरानी में हैं.