कोरोना हो रहा है विस्फोटक और लोग बेफिक्र, मास्क ना लगाने के लोगों के पास हैं कई बहाने
एबीपी न्यूज़ ने जब बाज़ारो में जाकर रियलिटी चेक किया तो दिल्ली के कई बड़े मार्किट में आधे से ज़्यादा दुकानदार और दुकान पर काम करने वाले या तो मास्क नहीं पहने दिखे या फिर उन्होंने मास्क ठीक तरह से नहीं पहना था.
नई दिल्ली: देश मे कोरोना की दूसरी लहर आ गई है. रोज़ कोरोना केसेस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है और ऐसे स्थिति में भी लोगो के बीच सतर्कता खत्म होती दिख रही है. बाज़ारो में लोग बेफिक्र दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली के बाज़ारो की अगर बात करें तो लोग कोरोना को लेकर बिल्कुल ही बेफिक्र दिख रहे हैं, ना चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं और ना ही कोरोना के बाकी नियमो का पालन कर रहे हैं.
एबीपी न्यूज़ ने जब बाज़ारो में जाकर रियलिटी चेक किया तो दिल्ली के कई बड़े मार्किट में आधे से ज़्यादा दुकानदार और दुकान पर काम करने वाले या तो मास्क नहीं पहने दिखे या फिर उन्होंने मास्क ठीक तरह से नहीं पहना था. सिर्फ दुकानदार नहीं बल्कि ग्राहक भी बेफिक्र थे, ना सामाजिक दूरी की चिंता दिखी ना मास्क पहनने की फिक्र. इन बेफिक्र लोगों में स्कूली छात्राएं भी थीं.
लोगो के पास मास्क ना पहनने के कई बहाने थे. कुछ लोगों का कहना था कि कोरोना कुछ नहीं होता है, यह बेवजह की बात है. तो वहीं कुछ लोग कैमरे पर सॉरी बोलते दिखे, वही कुछ लोगों ने बहाना दिया कि कुछ खा रहे थे इसलिए मास्क नहीं लगाया. लोग मास्क अपनी जेब मे लेकर घूम तो रहे हैं लेकिन लगाना जरूरी नहीं समझ रहे है.
लोगो के बीच कोरोना को लेकर बिल्कुल भी सावधानी नहीं दिखी. लोगों का रवैय्या बाज़ारो में काफी बेफिक्र है. हालांकि कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कैमरे पर अपने बेफिक्र रवैय्ये को लेकर माफी मांगी लेकिन महज़ माफी से काम नहीं चलेगा. कोरोना से बचने के लिए सावधानी बेहद ज़रूरी है क्योंकि कोरोना का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
जानकार कहते है कि अगर अभी सतर्क नहीं हुआ गया तो शायद आगे खतरा और बढ़ सकता है क्योंकि कोरोना के नए स्ट्रेन आ रहे हैं. डॉक्टर्स सलाह दे रहे हैं कि कल्चरल इवेंट्स, बाज़ारो में भीड़ , मास गैदरिंग को पूरी तरह से अवॉयड करें, तभी कोरोना से बचा जा सकता है.