तिरुवनंतपुरम: केरल के स्वास्थ्य विभाग ने चीन में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के मद्देनजर अलर्ट जारी किया है. देश की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राज्य में सभी चार हवाई अड्डों-तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझिकोड और कन्नूर में निगरानी बढ़ा दी गयी है.


मंत्री ने कहा है कि चीन से वापस आने वालों को जिला चिकित्सा अधिकारियों को सूचित करना चाहिए.


एक रहस्मयी वायरस चीन के एक शहर में कहर बनकर टूट पड़ा है. वुहान शहर में रहस्मयी वायरस की चपेट में आने से कई लोग पीड़ित हो चुके हैं. एहतियातन दिल्ली, मुंबई व कोलकाता एयरपोर्ट पर चीन से आने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है.


नोवेल कोरोना वायरस वायरस सी-फूड से जुड़ा है


नोवेल कोरोना वायरस का ताजा मामला चीन के वुहान प्रांत में सामने आया. यहां पांच जनवरी को नोवेल कोरोना वायरस से एक शख्स की मौत हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस अभी विकसित हो रहा है.


डब्ल्यूएचओ की प्राथमिक जांच से मिली जानकारी के मुताबिक, यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है. कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं. यह वायरस ऊंट, बिल्ली और चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है. दुर्लभ स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं.


चीन में करीब 1.15 करोड़ की आबादी वाला वुहान शहर खूबसूरत पार्कों और झीलों के लिए मशहूर है


चीन में सार्स सरीखे नये वायरस के प्रकोप का केंद्र बने वुहान शहर में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र हालात पर बेचैनी के साथ नजर रखे हुए हैं जहां स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को लोगों से शहर में और शहर के बाहर यात्रा नहीं करने को कहा है.


चीन में करीब 1.15 करोड़ की आबादी वाला वुहान शहर खूबसूरत पार्कों और झीलों के लिए मशहूर है लेकिन रातोंरात संकट से घिर गया है जहां वायरस के संक्रमण के चलते नौ लोगों की मौत हो गयी और 440 से ज्यादा लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.


वुहान में करीब 700 भारतीय रहते हैं जिनमें अधिकतर छात्र हैं


वुहान में 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई थी. तब यह शहर भारत में सुर्खियों में रहा था. यहां करीब 700 भारतीय रहते हैं जिनमें अधिकतर छात्र हैं.


इनमें से 500 से अधिक भारतीय छात्र चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे हैं, वहीं अन्य पीएचडी और भाषा संबंधी पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं। भारतीय मेडिकल छात्रों के लिए चीन बड़ा केंद्र बन गया है और पिछले कुछ सालों में यह संख्या बढ़कर 23 हजार के आसपास पहुंच गयी है.


अधिकतर भारतीय छात्र तो परीक्षाएं होने के बाद इस महीने के दूसरे सप्ताह में घर लौट गये हैं, लेकिन कुछ अब भी रुके हुए हैं.


लोगों को वुहान नहीं जाने के निर्देश


राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयुक्त उप मंत्री ली बिन ने बुधवार को कहा, ‘‘वुहान नहीं जाइए. और जो वुहान में हैं, कृपया शहर छोड़कर नहीं जाएं.’’


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि वुहान से आने-जाने वाले लोगों पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने ज्यादातर भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोगों की स्क्रीनिंग करने समेत निगरानी के उपाय शुरू कर दिये हैं.


भारत पहले ही चीन की यात्रा पर जाने वाले लोगों को चेतावनी जारी कर चुका है. छात्रों को शहर छोड़ने के बारे में फैसला करने के लिए भारतीय दूतावास के संदेश का इंतजार है.


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