कोरोना संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल हो रही 'टोसिलिजुमैब इंजेक्शन' की कमी, भारतीय सिप्ला कंपनी कर रही सप्लाई
'टोसिलिजुमैब इंजेक्शन' का उत्पादन अमेरिका की 'रॉश' नामक आंतरराष्ट्रीय कंपनी करती है. भारत में इसका वितरण भारतीय "सिप्ला" कंपनी करती है. मुंबई बीएमसी के अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल कि जानेवाली इस दवा की काफी कमी आई है.
मुंबईः मुंबई बीएमसी के अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल कि जानेवाली 'टोसिलिजुमैब इंजेक्शन' दवाई की कमी की जानकारी सामने आई है. अब तक मुंबई बीएमसी के अस्पताल में सिर्फ 525 टोसिलिजुमैब इंजेक्शन का कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल किया गया है.
मुम्बई महानगर पालिका द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज के मुताबिक, यह दवाई ख़त्म होने के बाद बीएमसी ने भारतीय सिप्ला कंपनी को जो बीएमसी टोसिलिजुमैब इंजेक्शन दवाई सप्लाई करती है, उन्हें 20 मई 2020 को कुल 3420 टोसिलिजुमैब इंजेक्शन की मांग की थी. हालाकी, बीएमसी के सूचना के बावजूद अभी तक सिप्ला कंपनी बीएमसी को यह दवाई अब तक नहीं दे पाई है.
मुम्बई महानगर पालिका के अधिकारियों के मुताबिक, टोसिलिजुमैब इंजेक्शन का उत्पादन अमेरिका की 'रॉश' नामक आंतरराष्ट्रीय कंपनी करती है और इसी रॉश कंपनी से दवाई लेकर भारत में इस दवाई की सप्लाई भारतीय "सिप्ला" कंपनी करती है. कोविड-19 के चलते फ़िलहाल देश में इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट बंद होने की वजह से दवाई कई दवाई भारत में नहीं पहुंच पा रही है जिनमें से टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भी है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से मिली इजाजत के बाद अब बीएमसी अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए फिलहाल " रेमिडीसीवीर " इस्तेमाल की जा रही है.
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