Corona Virus Update: कोरोना वायरस के केस भारत में फिर से बढ़ने लगे हैं. देश में 24 घंटे में कोरोना के कुल 412 नए केस मिले. 24 घंटे में 293 मरीज ठीक हुए हैं. कोरोना से पिछले 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हुई है. ये तीनों मौत कर्नाटक में हुई है. फिलहाल देश में कोरोना के एक्टिव केस 4170 हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत ने पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के नए वैरिएंट जेएन.1 के कुल 116 नए मामले दर्ज किए हैं.
कर्नाटक में तीन मरीजों की हुई मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोविड-19 के कुल मामले 4.50 करोड़ (4,50,09,660) हो चुके हैं. देश में बीते 24 घंटे में संक्रमण से तीन लोगों की मौत के बाद इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,337 हो गई है. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कर्नाटक में कोविड-19 से तीन मरीजों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,72,153 हो गई है. मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है.
केरल में अब एक्टिव मरीज 3096
वहीं, केरल में मंगलवार को नया केस नहीं मिला. यहां 32 मरीज ठीक हुए हैं. अब यहां पर एक्टिव मरीज की संख्या 3096 रह गई है. महाराष्ट्र में कोरोना के एक्टिव केस 168 हैं. तमिलनाडु में यह संख्या 139 है. कर्नाटक में 436 एक्टिव केस हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस केरल में ही हैं.
JN.1 के लक्षण क्या हैं?
CDC के मुताबिक, इस वैरिएंट से पीड़ित मरीज में उसे बुखार, ठंड लगना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सांस लेने में कठिनाई, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, स्वाद या गंध की हानि, गले में खराश, भीड़, नाक बहना, मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण दिखते हैं. हालांकि कई मामलों में लक्ष्ण मरीज की इम्यूनिटी पर निर्भर करता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने रखा अलर्ट पर
नए सब-वैरिएंट जेएन.1 के केस लगातार मिलने पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और इंफ्लूएंजा जैसी बीमारियों पर खास निगरानी रखने की सलाह दी है. एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है, 'अभी जेएन.1 सब-वैरिएंट धीरे फैल रहा है लेकिन इस संक्रमण के कारण हॉस्पिटल में एडमिट धीरे-धीरे प्रभावी हो रहा है, लेकिन यह गंभीर संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने का कारण नहीं बन रहा है.
ठीक होने के बाद भी दिख रहे लक्ष्ण
नए वैरिएंट में देखा जा रहा है कि इससे पीड़ित मरीज के ठीक होने के बाद भी उसमें लक्षण बने रहते हैं. इननमें सिरदर्द, थकान, सांस फूलना आदि शामिल हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ये लक्षण ठीक होने के कम से कम 4 से 6 हफ्ते तक भी रह सकते हैं.
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