नई दिल्ली: चीन के वुहान में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारतीय वायुसेना का एक ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट गुरुवार को राजधानी दिल्ली से जरूरी दवाईयां लेकर रवाना होगा. वापसी में ये जहाज वुहान में फंसे करीब 100 भारतीयों को भी लेकर लौटेगा. रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, सी17 ग्लोबमास्टर चीन के वुहान जाएगा. ये दवाईयां और दूसरा जरूरी सामान लेकर वुहान जाएगा. वुहान में इस वक्त लोग खतरनाक कोरोना वायरस बीमारी से जूझ रहे हैं. वापसी के दौरान ये एयरक्राफ्ट वहां फंसे 106 भारतीय को भी दिल्ली लेकर आएगा.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चिठ्ठी लिखकर कोरोना वायरस से लड़ने में हर संभव मदद करने और इस मुश्किल घड़ी में पड़ोसी देश के साथ खड़े होना का भरोसा दिलाया था. उसी कड़ी में ये सैन्य विमान वुहान जा रहा है. कोरोना वायरस के फैलने के कारण भारत सहित कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों का वीजा रद्द कर दिया है. यहां तक की जिन लोगों ने ई-वीजा ले रखा था वो तक कैंसिल कर दिया गया है. लखनऊ में हाल ही में हुए डिफेंस एक्सपो में आने वाले चीनी प्रतिनिधिमंडल का वीजा भी रद्द कर दिया गया था.
चीन में फंसे करीब 640 भारतीयों को निकालने के लिए भारत ने एयर इंडिया की दो फ्लाइट्स को वुहान भेजा था. इस दौरान वहां फंसे मालदीव के भी छह नागरिकों को दिल्ली लाया गया. दिल्ली लाने पर इन सभी लोगों को 15 दिनों के लिए सेना के मानेसर और आईटीबीपी के दिल्ली स्थित दो आईसोलेशन-सेंटर्स में रखा गया था. गहन चिकित्सक-परीक्षण और कोरोना वायरस निगेटिव पाए जाने के बाद ही इन सभी को वापस घर जाने की इजाजत दी गई.
इस साल के शुरूआत से चीन में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप फैला है. जिसके चलते वहां अबतक करीब दो हजार लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा इस वायरस का असर वुहान शहर में हुआ है. माना जा रहा है कि चीन में अब तक 70 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन अभी तक इस वायरस से लड़ने की कोई दवाई सामने नहीं आई है. जिसके चलते डब्ल्यूएचओ सहित पूरी दुनिया सकते में है.
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