Coronavirus Omicron Variant: अमेरिका के जाने माने डॉक्टर डॉ फहीम यूनुस ने कहा है कि कोरोना की इस लहर में अधिक बच्चे संक्रमित हो रहे हैं. ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि कोरोना वायरस बच्चों के लिए अधिक घातक है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कोरोना महामारी की पिछली लहर की तुलना में इस बार समग्र संक्रमण बहुत अधिक है. डॉ फहीम ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'कोविड -19 के ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ एक धारणा है कि यह हमारे फेफड़ों और निचले श्वसन पथ की तुलना में ऊपरी श्वसन पथ को अधिक संक्रमित करता है. बच्चों का ऊपरी श्वसन पथ विकसित हो रहा होता है. तो शायद यह एक कारण है कि ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. लेकिन कुल मिलाकर बच्चे अभी भी वयस्कों की तुलना में ज्यादा बेहतर स्थिति में हैं.
डॉक्टर ने यह भी कहा कि डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हो चुके लोग भी ओमिक्रोन की चपेट में आ रहे हैं. डॉ यूनुस ने कहा कि जब कोई व्यक्ति वायरस से संक्रमित होता है तो उसकी इम्युनिटी बन जाती है. यह आपको भविष्य में वायरस से लड़ने का बेहतर मौका देता है. उन्होंने सुझाव दिया कि लोगों को संक्रमित होने से बचने के लिए सभी सावधानी बरतनी चाहिए.
डॉ यूनुस ने हमारे शरीर को पानी की आवश्यकता का उदाहरण देकर वैक्सीन के बूस्टर डोज के महत्व को समझाया. उन्होंने कहा, 'जब आप सुबह एक गिलास पानी पीते हैं तो आप दोपहर में एक और गिलास पीते हैं, आप रात में एक और गिलास पीते हैं, है ना? वह एक गिलास पर्याप्त नहीं है. सुबह एक गिलास पानी पीकर आफ महीनों तक बिना पीना के नहीं रह सकते. और जब आप दूसरा या तीसरा गिलास पीते हैं, तो कोई नहीं कहता कि आप फिर से पानी क्यों पी रहे हैं, हम सब उसे ठीक समझते हैं? तो इसी तरह आपका इम्युन सिस्टम हमेशा के लिए नहीं रह सकता. इसे भी बार-बार रिमाइंडर, बूस्टर की जरूरत होती है, यह कुछ भी असामान्य नहीं है.'
डॉक्टर ने कहा कि अन्य टीकों को भी बार-बार बूस्टर की आवश्यकता होती है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है. अगर किसी ने 6,8,10,12 महीने पहले वैक्सीन लगवाई थी तो यह पिछले हफ्ते एक गिलास पानी पीने जैसा है.