नई दिल्लीः लॉकडाउन के डर के चलते दिल्ली में एक बार फिर मजदूरों के पलायन की शुरुआत हो चुकी है. कोरोनावायरस के बढ़ते केस के साथ ही लोगों के अंदर लॉकडाउन का भय भी बढ़ गया है और अब ये सभी मज़दूर वक्त रहते अपने अपने घर लौटना चाहते हैं. दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले डीएनडी एक्सप्रेसवे पर मजदूरों की भीड़ कई दिनों से नजर आ रही है जो अपना सभी जरूरी सामान लेकर अपने गांव, कस्बों की तरफ रवाना होने को तैयार दिख रहे हैं.
बसों के इंतजार में लोग घंटों गर्मी और मच्छर के साथ अपने मन में चल रहे द्वंद से भी लड़ रहे हैं. एबीपी न्यूज ने ऐसे कई लोगों से बात की जिनका काम कोरोना वायरस के कारण प्रभावित हुआ है और वो अब अपने घर जाने के लिए करीब छह घंटे से बस का इंतजार कर रहे थे.
बिहार के मिथुन को डर है कि दिल्ली में लॉकडाउन लग जाएगा इसलिए वो पहले ही अपने गांव जाना चाहते हैं. दिल्ली में मजदूरी का काम करते हैं लेकिन बीते कुछ दिनों से काम नहीं मिल रहा इसलिए वापस जा रहे हैं.
बंगाल के रहने वाले अजीत मंडल का कहना है कि पहले बहुत भुगता है अब फिर से नही भुगत पाऊंगा. पेंटिंग का काम करते थे लेकिन फिलहाल लोगों ने काम कराना बिल्कुल बंद कर दिया है इसलिए वापस जा रहे हैं.
बंगाल के मालदा से आए गौतम 20 साल से दिल्ली में काम कर रहे हैं लेकिन पिछले साल लॉकडाउन के कारण 1 हजार किलोमीटर पैदल चल कर गए थे. फिर से ऐसा ना हो इसलिए अब बस लेकर घर जा रहे हैं.
पिछले साल इन मज़दूरों ने लॉकडाउन के बाद दिल्ली में जो कुछ झेला वो असहनीय था और फिर से वही पीड़ा झेलने को राजी नहीं हैं. इसीलिए बिगड़ती हुई स्तिथि को देख कर और तमान कठिनाइयों के बावजूद वो अपने अपने घरों की ओर निकल रहे हैं.
बंगाल चुनाव में कोरोना का कहर: एक उम्मीदवार की मौत, प्रचार में लगे कई नेता हुए संक्रमित