नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों की कोरोना वायरस के लिए स्क्रीनिंग करने के मकसद से दो-दो सदस्यों वाली कम से कम 1,100 टीमों का गठन किया गया है. यह जानकारी दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को दी. एक अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक जिले में करीब 100 टीमों का गठन किया गया है और प्रत्येक टीम में मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) और एएनएम सदस्य के तौर पर शामिल हैं.
2011 जनगणना के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 34.35 लाख से अधिक घर हैं. इनमें 33.56 लाख शहरी क्षेत्रों में और 79574 ग्रामीणों क्षेत्रों में हैं. आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने नगर निगम के कर्मचारियों को उन जिलों में इस कवायद में शामिल नहीं किया है जहां मामले अधिक नहीं हैं.
प्रत्येक घर की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया छह जुलाई तक पूरी की जानी है और यह कुछ जिलों के नगरपालिका वार्ड में पहले ही शुरू हो चुकी है. ये टीमें एक मोबाइल एप्लीकेशन ‘एसएस कोरोना’ से लैस हैं जो सरकार द्वारा गठित एक वेब पोर्टल को तत्काल जानकारी भेज देगा.
इसमें नाम, आयु, पता और सम्पर्क नम्बर के अलावा टीमें जो सूचना भर रही हैं उनमें व्यक्ति की यात्रा जानकारी, उन्होंने केंद्र के आरोग्य सेतू ऐप का इस्तेमाल किया है या नहीं और क्या उनमें इन्फ्लूएंजा के लक्षण हैं. अधिकारी ने कहा कि इसी एप्लीकेशन का इस्तेमाल राष्ट्रीय राजधानी के कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों में भी स्क्रीनिंग के लिए किया जा रहा है.
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘आशा कार्यकर्ता और एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया है. कवायद शुरू हो चुकी है. हम छह जुलाई की समयसीमा तक कार्य पूरा करने की उम्मीद करते हैं.’’
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