(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महाराष्ट्र में कोरोना के 49 मामले, सीएम उद्धव ठाकरे बोले- यह भी वॉर अगेंस्ट वायरस है
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की. पीएम ने उद्धव ठाकरे को हर संभव मदद देने का वादा किया.उद्धव ठाकरे ने सभी धार्मिक स्थलों के प्रमुखों को संदेश देते हुए कहा कि, संकट धर्म देखकर नही आता. मिलकर लड़ाई लड़नी है.
मुंबई: कोरोना वायरस के महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी नए आकड़ो के मुताबिक राज्य में 49 केस कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. यह आंकड़े चिंताजनक हैं, क्योंकि पिछले 12 घंटे में कोरोना के 7 नए मामले सामने आए हैं. इन पॉजिटिव केस में से 2 लोगों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हर संभव मदद देने का वादा किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने 10 मिनट तक राज्य की जनता को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से संबोधित किया.
उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस की लड़ाई को युद्ध की तरह बताया है. उद्धव ठाकरे ने 1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि, "आपमें से कितने लोगों ने 1965, 71 का युद्ध देखा होगा यह नही पता. मैं छोटा था, मैंने आभास किया है. शाम को सायरन बजता था और लोग भाग जाते थे और छिप जाते थे. सायरन बजते ही लाइट बंद हो जाती थी. लाइट बंद करने के पीछे मकसद था दुश्मनों की नज़र में नहीं आना. यह किसी को बुरा लगता था ? पर यह तैयारी होती थी. हमारे जवानों ने दुश्मन के विमान गिरा दिए. यह भी वॉर अगेंस्ट वायरस है. सायरन बज चुक हैं और युद्ध का एलान हो चुका है. हमारे लिए कई लोग वायरस से लड़ रहे हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, कोरोना से निपटने में सरकारी यंत्रणा तैयार है और हमारे पास तमाम सुविधाए हैं. जरूरी आवश्यक चीजों का संग्रह भी है. केंद्र सरकार कोरोना को लेकर राज्य को पूरा सहयोग कर रही है. जांच की सुविधा कल से और बढ़ गई है. जो लोग कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं उनका भार कम करना हमारी जिम्मेदारी है.
उद्धव ठाकरे ने सभी धार्मिक स्थलों के प्रमुखों को संदेश देते हुए कहा कि, संकट धर्म देखकर नही आता. मिलकर लड़ाई लड़नी है. शिवाजी की सेना की तरह इस संकट से लड़ना है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि ट्रेन और बस में भीड़ कम करें. सरकार इस पर कदम उठा सकती है, पर उठाना नही चाहती है. जनता सरकार का सहयोग करे.