Sero Survey India: भारत का चौथा नेशनल सीरो सर्वे आ चुका है. सर्वे के मुताबिक 67.60 फीसदी लोग अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के दायरे में आ चुके हैं. शहरी और ग्रामीण इलाकों में बराबर सीरो पॉजिटिविटी है. साथ ही बड़ों और बच्चों में बराबर संक्रमण पाया गया है. वहीं देश की 40 करोड़ से ज्यादा आबादी पर अभी भी संक्रमण का खतरा है.


ये सीरो सर्वे देश के 21 राज्यों के 70 जिलों में हुआ है, जहां इसके पहले के तीन सीरो सर्वे किए गए थे. इस सर्वे से साफ है की भारत के दो तिहाई आबादी में सीरो प्रिवलेंस यानी एंटीबॉडी पाई गई है. कुल 28 हजार 975 लोगों पर ये सर्वे किया गया.


चौथे सीरो सर्वे की बड़ी बातें



  • इसमें 6-9 साल के 2892, 10 से 17 साल के 5799, 18 साल से ज्यादा उम्र के 20 हजार 984 लोग शामिल किए गए.

  • आयु वर्ग के हिसाब से सीरो प्रीवलेंस की बात करें तो 6 से 9 साल में 57.2 फीसदी, 10 से 17 साल की उम्र में 61.6 फीसदी, 18 से 44 में 66.7 फीसदी, 45 से 60 साल की उम्र की बात करें तो 76.7 फीसदी औऱ 60 साल के उपर आयुवर्ग में 76.7 फीसदी संक्रमण पाया गया.

  • पुरुषों में 65.8 और महिलाओं में 69.2 फीसदी संक्रमण पाया गया.

  • ग्रामीण इलाकों में 66.7 फीसदी औऱ शहरी इलाकों में 69.6 फीसदी लोगों में संक्रमण पाया गया.

  • 12 हजार 607 लोगों का टीकाकरण नहीं और उनमें 62.3 फीसदी एंटीबॉडी मिली.

  • 6 से 17 साल में 50 फीसदी सीरो पॉजिटिव.

  • शहरी और गांव दोनो में सीरो प्रीवलेंस एक समान.

  • 40 करोड़ लोगों में अब भी एंटीबॉड नहीं है.

  • दो तिहाई आबादी में एंटीबाडी पायी गयी.

  • 5038 लोगों ने एक टीका लिया था और इनमें 81 फीसदी तक एंटीबॉडी मिली.

  • 2631 लोगों ने दोनों डोज लिया था इनमें एंटीबॉडी 89 फीसदी तक मिली.

  • हेल्थ केयर वर्कर भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं. सीरो सर्वे के आधार पर 85.2 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित हुए. इनमें 10.5 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर ने वैक्सीन नहीं लिया था जबकि 13.4 फीसदी ने पहली डोज और 76.1 फीसदी ने दूसरी डोज ली थी.


इसे पहले तीन सीरो सर्वे हुए थे. मई-जून 2020 के पहले सीरो सर्वे में 0.7 फीसदी, अगस्त-सितंबर 2020 के दूसरे सीरो सर्वे में 7.1 फीसदी और दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 के तीसरे सीरो सर्वे में 24.1 फीसदी पॉजिटिविटी पाई गई थी.