नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में करीब 50 दिनों में पहली बार सोमवार को कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या 1,000 से कम रही. अब इसको लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और बीजेपी में श्रेय लेने की होड़ लग गयी है.
दिल्ली स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार सोमवार को कोरोना वायरस के 954 नए मामले दर्ज किए गए. परीक्षणों की संख्या भी कम रही. बुलेटिन के अनुसार 11,470 परीक्षण किए गए थे जिनमें 4,177 आरटी-पीसीआर और 7,293 रैपिड एंटीजन परीक्षण थे. पिछले दिनों परीक्षणों की संख्या 19,000 से 22,000 के बीच थी.
ताजा बुलेटिन के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण से 35 और मरीजों की मौत हो गयी और इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 3,663 हो गयी. वहीं कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,23,747 हो गयी.
संक्रमित लोगों की संख्या में भी पिछले सप्ताह से लगातार गिरावट आ रही है. यहां अभी 15,166 लोग संक्रमित हैं जो 44 दिनों में सबसे कम है. मरीजों के स्वस्थ होने की दर लगभग 85 प्रतिशत तक पहुंच गयी.
एक जून के बाद यह पहला मौका है जब 24 घंटे में 1,000 से कम नए मामले सामने आए. पिछले नौ दिनों से नए मामलों की संख्या 1,000-2,000 के बीच रही है. दिल्ली में 23 जून को सबसे अधिक 3,947 नए मामले सामने आए थे.
क्रेडिट लेने की लगी होड़
आप ने महामारी पर काबू का श्रेय अपनी सरकार को दिया. आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार ने इस लड़ाई को सफलतापूर्वक लड़ा है.
सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर इस लड़ाई का नेतृत्व किया. डॉक्टर, नर्स, स्वच्छता कर्मी, पुलिस अधिकारी और अन्य कार्यकर्ता इस लड़ाई में एक साथ थे. उन्होंने कहा कि कोविड से लड़ाई का केजरीवाल मॉडल अब हमारे देश में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में चर्चा में है.
सिंह पर निशाना साधते हुए दिल्ली बीजेपी के महासचिव राजेश भाटिया ने कहा कि आप दिल्ली में अपनी जिम्मेदारियों से "दूर" भाग रही है. भाटिया ने कहा, "अब वे कह रहे हैं कि सामुदायिक प्रसार हो रहा है, अगर ऐसा है तो वे इसे रोकने के लिए क्या कर रहे थे. कोविड स्थिति दिल्ली सरकार के हाथ से निकल गई थी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस पर नियंत्रण में लाया गया.’’