Coronavirus: जनता कर्फ्यू के दौरान एबीपी न्यूज़ नेटवर्क ने दिया अपना अहम योगदान
कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में जनता कर्फ्यू का पालन किया गया. अब तक भारत में कोरोना से 341 लोग संक्रमित हैं. वहीं 7 लोगों की मौत इस जानलेवा वायरस के कारण हुई है. इस मुश्किल समय में एबीपी न्यूज नेटवर्क अपने दर्शकों तक खबर पहुंचाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है.
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी की अपील के बाद कोरोनोवायरस, (कोविड 19) के प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए पूरे देश में एक सख्त सार्वजनिक कर्फ्यू का पालन किया गया.पीएम मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का एलान किया था जिसका देश के नागरिकों ने बहुत अच्छी तरह से पालन किया. इस कड़ी में एबीपी न्यूज नेटवर्क के सभी चैनलों और वेबसाइटों ने इस कर्फ्यू में अपना योगदान देने के लिए एक नया तरीका निकाला.
एबीपी न्यूज हिंदी से लेकर, एबीपी मांझा, एबीपी बांग्ला के सभी कर्मचारी, एंकर्स, प्रोड्यूसर्स अपना अहम योगदान दे रहे हैं. इनमें से कुछ घर से अपने दर्शकों के लिए बुलेटिन शूट किया तो इनमें से कुछ ने हर खबर आप तक पहुंचाई.
एबीपी मांझा के एंकरों ने अपने घरों से बुलेटिन की शूटिंग की. मीडिया वेंचर्स में यह अपनी तरह की पहली कोशिश थी कि एंकर घर से काम कर रहे थे. एबीपी मांझा के दो एंकर ज्ञानदा कदम और अश्विन बापट अपने-अपने घरों से ऑन एयर यानि लाइव आए.
हर स्थिति में मीडिया कर्मियों को करना होता है काम
बुलेटिन ब्रॉडकास्ट करने और लाइव आने के लिए कुछ टेक्निकल सपोर्ट की जरूरत होती है. जिसके बिना बाहर से काम करना काफी कठिन हैं. जनता कर्फ्यू का मकसद घरों से बाहर कदम नहीं रखना था और मीडिया में काम करना में पहली बात ये है जिसे आपको जानना चाहिए वो ये कि सभी त्योहारों, तालाबंदी और अन्य सभी त्रासदियों पर आपको काम करना होता है.
ऐसे में जब सरकार की तरफ साफ-साफ ये निर्देश दिए गए हैं कि जितना हो सके अपने घरों में रहें. बाहर ना निकलें उसके बावजूद एबीपी न्यूज नेटवर्क अपने दर्शकों तक हर खबर पहुंचाने का प्रयास कर रहा है. क्योंकि जानकारी और सतर्कता ही इस महामारी से बचाव है इसलिए अपनी पूरी सतर्कता बरतते हुए एबीपी न्यूज़ की पूरी टीम दिन रात लगी हुई है. ताकि दर्शकों तक कोई खबर पहुंचने से छूट ना जाए. आप स्वस्थ रहेंगे तो समाज स्वस्थ रहेगा, इसलिए एबीपी न्यूज़ अपने जिम्मेदारी को निभा रहा है. शहर में कर्फ्यू की स्थिति में भी हम आपतक सारे अपडेट्स पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
आने वाले दिनों में भी हम पूरी तत्परता और सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहेंगे.
एबीपी मांझा के एंकरों ने घर से बुलेटिन बनाकर दर्शकों को घर पर रहने का संदेश दिया. भारतीय मीडिया में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. एबीपी न्यूज लगातार अपने सभी पाठकों और दर्शकों से घर से बाहर न निकलने और देखभाल करने और कोरोनोवायरस के प्रकोप को रोकने की भी अपील कर रहा है.
मेरा घर पीपली लाइव में बदल गया - ज्ञानदा कदम मांझा के एक एंकर ज्ञानदा कदम ने कहा कि मेरे तेरह साल के करियर में यह पहली बार था जब मैं यह कर रहा था. यह एक अद्भुत अनुभव था, लेकिन गर्व महसूस करने के लिए कुछ भी नहीं है. ऐसा करने के पीछे का कारण वास्तव में अच्छा नहीं था. उन्होंने कहा कि यह मेरे परिवार के सदस्यों, और मेरे पड़ोसियों के लिए निश्चित रूप से नया था. मेरा घर सचमुच पीपली लाइव में बदल गया था. मेरे परिवार ने इसके लिए मेरा साथ दिया. यह वास्तव में स्टूडियो में काम करने से अलग है क्योंकि वहां सब कुछ तैयार है और उपलब्ध होता है, आपके पास हमेशा एक बैकअप होता है लेकिन यहां हमें खुद ही सारे प्रयास करने थे, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मुझे ऐसा दोबारा नहीं करना पड़ेगा.
आइए मिलकर वायरस के खिलाफ युद्ध जीतते हैं - अश्विन बापट
एबीपी मांझा के दूसरे एंकर अश्विन बापट ने कहा कि जिस समय मुझे इस बात के बारे में पता चला मैं यह जानने के लिए बहुत उत्सुक था कि यह वास्तव में कैसे काम करने वाला है. हम पिछले कुछ दिनों से घर से काम के संबंध में बहुत सारी खबरें दे रहे हैं, लेकिन यह काम सचमुच आज हमने किया है. उन्होंने कहा कि आज जब मैं एक लाइव बुलेटिन कर रहा था उस वक्त मैं अपने लोगों, मेरे माता-पिता, पत्नी और मेरी बेटी से घिरा हुआ था. आज के समय में जबकि स्वास्थ्य एक बड़ा मुद्दा बन गया है यह परिवार का समर्थन है जो हमें काम के लिए जाने देता है और उनका यही मजबूत समर्थन वास्तव में मायने रखता है.
अश्विन ने कहा कि मैंने इस बुलेटिन में अपने माता-पिता से भी बात की, यह एक बहुत ही अलग तरह का अनुभव था. वे कोरोना से लड़ने के लिए हमारे हथियार हैं. यह मेरे लिए महत्वपूर्ण था कि बुलेटिन को गंभीरता से लेना है, उत्तेजित नहीं होना है, लोगों को शामिल नहीं करना है, ये वे चीजें थीं जिनका मुझे ध्यान रखना था. कोरोना संक्रामक है, इसलिए हर कोई पहले से ही दूरी बनाए रखने का ख्याल रख रहा था. उन्होंने कहा कि मुझे दर्शकों से सराहना संदेश भी मिले. यह प्रयोग सामाजिक जिम्मेदारी को संतुलित करने के लिए था, और मैं इसका हिस्सा बनके खुश था, आइए हम एक साथ मिलकर युद्ध के खिलाफ लड़ाई जीतें, हमें घर पर रहें और कोरोना के साथ लड़ें.
अश्विन बापट ने बताया कि रिपोर्ट करते समय रिपोर्टर भी पूरी सावधानी बरत रहे हैं. हम घर से काम करने वाले सभी लोगों की कल्पना कर सकते हैं लेकिन पत्रकारों के लिए ऐसी कल्पना नहीं कर सकते. पत्रकारों को दर्शकों के लिए फिल्ड पर जाकर ही खबर के लिए हमेशा कोशिश करना पड़ती है. लेकिन वे बाहर काम करते समय सभी एहतियात बरत रहे हैं और एबीपी नेटवर्क से जुड़े सभी पत्रकार कोरोनावायरस और जनता कर्फ्यू से जुड़ी सारी खबर आप दर्शकों तक पहुंचा रहे हैं.
घर से काम कर रही है डिजिटल टीम, आप तक पहुंचा रही है सारी अपडेट्स इस लॉकडाउन और जनता कर्फ्यू के दौरान एबीपी नेटवर्क की डिजिटल टीम ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि दर्शकों और पाठकों को समय पर सभी नए अपडेट मिलें. दी गई जानकारी पेशेवरों के साथ पुष्टि की जाती है और उन पर भरोसा किया जा सकता है. काम करते समय टीम के सदस्यों की देखभाल करना भी महत्वपूर्ण था, और क्योंकि यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, इसलिए टीम ने घर से काम करने का फैसला किया.
एबीपी नेटवर्क के सभी चैनलों और वेबसाइट से जुड़े के यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, हेलो, हॉटस्टार और वेबसाइट पर आपको मिलने वाले सभी अपडेट टीम के सदस्यों के घरों से प्रकाशित किए जा रहे हैं, एबीपी नेटवर्क की डिजिटल टीम इस लॉक डाउन और जनता कर्फ्यू में अपना योगदान दे रही है.
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