नई दिल्ली: कोरोना महामारी से लड़ाई के बीच सरकार को सहयोग और सुझाव देने के मद्देनजर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में देश में लोकतंत्र के भविष्य पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि कोरोना संकट के बाद भारत के लोकतंत्र के स्वरूप में बदलाव की आशंका वास्तविक है. हालांकि राहुल ने कहा कि फिलहाल हमें वायरस की परवाह करनी चाहिए, हमें पता है कि देश में लोकतंत्र को सुरक्षित कैसे रखा जाए.


कोरोना महामारी से लड़ाई के बीच सरकार को सहयोग और सुझाव देने के मद्देनजर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में देश में लोकतंत्र के भविष्य पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि कोरोना संकट के बाद भारत के लोकतंत्र के स्वरूप में बदलाव की आशंका वास्तविक है. हालांकि राहुल ने कहा कि फिलहाल हमें वायरस की परवाह करनी चाहिए, हमें पता है कि देश में लोकतंत्र को सुरक्षित कैसे रखा जाए.

राहुल गांधी से सवाल पूछा गया था कि क्या आपको कोरोना संकट के बाद भारतीय लोकतंत्र के स्वरूप में बदलाव की आशंका है? कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इससे इनकार नहीं किया. राहुल ने कहा कि "ये एक वास्तविक संभावना है. लेकिन फिलहाल हमें वायरस की परवाह करनी चाहिए. हमें पता है कि भारत में लोकतंत्र को कैसे सुनिश्चित रखना है. आपको उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए." हालांकि राहुल ने ये स्पष्ट नहीं किया कि उन्हें देश के लोकतंत्र के ढांचे में किस तरह के बदलाव की आशंका है?

इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में देश को एकजुट रहना चाहिए. सरकार वायरस का संक्रमण रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाए साथ ही लॉकडाउन के दुष्प्रभाव के मद्देनजर गरीबों के खाते में पैसा जमा और छोटे-बड़े उद्योग धंधो की मदद करे. प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को गंभीर बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसको लेकर सरकार को विशेषज्ञों से सलाह लेकर रणनीति बनानी होगी. राहुल गांधी ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकारों को ज्यादा फंड मुहैया करना चाहिए.

दिल्ली: जगह जगह घूम कर कोरोना वॉरियर्स को पानी पिला रहे हैं वाटर मैन महंत गंगानाथ
बागपत: कोविड-19 के सैंपल लेकर जा रहे चीता हेलिकॉप्टर की ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर इमरजेंसी लैंडिंग