अबूधाबी से लौटे 182 भारतीय कोच्चि एयरपोर्ट पर उतरे, मालदीव से समंदर के रास्ते आज 750 की होगी वतन वापसी
पांच नवजात शिशुओं और 177 वयस्क यात्रियों को लेकर विमान रात 10 बजकर नौ मिनट पर कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा.मालदीव में फंसे करीब 750 भारतीय नागरिकों को INS जलश्व से लाया जा रहा है.
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नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच विदेश में फंसे भारतीयों की वतन वापसी हुई है. एयर इंडिया एक्स्प्रेस का विमान 182 भारतीयों को लेकर कोच्चि एयरपोर्ट पहुंचा. वंदे भारत मिशन के तहत दुबई एयरपोर्ट से पहली उड़ान कल शाम रवाना हुई और देर रात कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची. 182 लोगों में 5 बच्चे भी शामिल हैं. भारतीयों की वतन वापसी को लेकर एयरपोर्ट को पूरी तरह तैयार कर दिया गया था. बाकायद सैनिटाइजशन हुआ. आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की भी तैयारी की गई थी. यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर खुद भारतीय यात्रियों को एयरपोर्ट से विदा करने पहुंचे.
एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पांच नवजात शिशुओं और 177 वयस्क यात्रियों को लेकर एक विमान रात 10 बजकर नौ मिनट पर कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. उन्होंने कहा कि इतने ही यात्रियों और पांच शिशुओं को लेकर एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक और विमान 10 बजकर 32 मिनट पर दुबई से कोझिकोड पहुंचा.
करीब एक हफ्ते तक चलने वाले इस अभियान में फिलहाल 64 उड़ानों और कुछ नौसैनिक पोत के जरिए लोगों को वापस पाने की तैयारी गई है. एक सप्ताह में 64 उड़ानों के जरिए देश के 10 सूबों में 14.5 हजार से अधिक भारतीय वापस लौटेंगे. सबसे ज़्यादा 15 फ्लाइटें केरल पहुंचेंगी, दिल्ली-एनसीआर और तमिलनाडु के लिए 11 प्रत्येक, तेलंगाना 7 और गुजरात 5 उड़ानें पहुंचेंगी.
गृह मंत्रालय ने कहा है कि उड़ान से पहले यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी. जिन भारतीयों में खांसी, बुखार या सर्दी के लक्षण पाए जाते हैं उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं, भारत आने के बाद इन लोगों को 14 दिनों तक अस्पताल या किसी अन्य स्थान पर क्वारंटीन में रखा जाएगा.
मालदीव से समंदर के रास्ते वतन वापसी
भारतीयों की वतन वापसी के लिए शुरू किए गए महा अभियान वंदे भारत के पहले चरण का आगाज हो चुका है. इस कड़ी में मालदीव में फंसे भारतीयों का भी रेस्क्यू किया गया है. ऑपरेशन समुद्र सेतु के नाम से दो नौसैनिक जहाजों को इस राहत ऑपरेशन में लगाया गया है.
पहले चरण में INS जलश्व से करीब 750 भारतीय नागरिकों को लाया जा रहा है. जो आज माले से करीब 900 किमी का सफर तय कर कोच्चि बंदरगाह पहुंचेगा. यहां पर नागरिकों को उतारकर उनके राज्य या जिले तक पहुंचाया जाएगा.
इस नौसैनिक जहाज में लाए जा रहे भारतीय नागरिकों से 40 डॉलर यानी करीब 3 हजार 26 रुपये का राहत सेवा शुल्क लिया गया है. 40 डॉलर को किराए की जगह सेवा शुल्क इसलिए कहा जा रहा है. आम तौर पर मालदीव से कोच्चि तक आने वाले लग्जरी क्रूज शिप का औसत किराया 32 हजार रुपये होता है.
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