Air India ने शुरू किया चीन के वुहान से सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने का मिशन
एयर इंडिया की पहली स्पेशल फ़्लाइट डबलडेकर जंबो 747 है, जिसमें 15 केबिन क्रू और 5 कॉकपिट क्रू मेम्बर मौजूद हैं.एयर इंडिया ने पहले भी संकट के दौरान लीबिया, इराक, यमन, कुवैत और नेपाल से भी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है.
नई दिल्ली: एयर इंडिया ने चीन के वुहान शहर में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए आज एक स्पेशल फ़्लाइट भेजकर उन्हें सुरक्षित वापस लाने का काम शुरू कर दिया है. चीन के वुहान शहर में फैले कोरोना वायरस के चलते भारतीय नागरिकों को वापस लाने का मिशन एयर इंडिया ने शुरू किया है. चीन के वुहान में क़रीब 650 भारतीय नागरिक मौजूद हैं जिन्हें दो बार की उड़ानों से वापस लाया जाना है.
423 सीटों वाला विमान डाक्टरों और दवाइयों के साथ पहुंचा वुहान
एयर इंडिया की पहली स्पेशल फ़्लाइट डबलडेकर जंबो 747 है, जिसमें 15 केबिन क्रू और 5 कॉकपिट क्रू मेम्बर मौजूद हैं. इस फ़्लाइट से क़रीब 400 यात्रियों को वापस लाया जा सकता है. भारतीय नागरिकों को लाने के लिए ये फ़्लाइट आज दोपहर साढ़े बारह बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुई है. आज दो बजे रात में ये फ़्लाइट वुहान से भारतीय नागरिकों को लेकर वापस दिल्ली आएगी.
डाक्टरों की टीम, दवाइयां और खाना भी भेजा गया है
एयर इंडिया आज दिल्ली से ऐसी ही एक और फ़्लाइट वुहान के लिए भेजेगा. जो फ़्लाइट वुहान गई है उसमें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पांच डाक्टरों और एक पैरामेडिकल स्टाफ़ की टीम भी साथ है. इनके साथ ज़रूरी दवाइयां, मास्क, ओवरकोट, पैक्ड फ़ूड भी भेजा गया है. इस पूरे मिशन का नेतृत्व कर रहे एयर इंडिया के डायरेक्टर ऑपरेशन अमिताभ सिंह के साथ डाक्टरों के अलावा इंजीनियरों और सुरक्षाकर्मियों का एक दल भी फ़्लाइट में मौजूद है.
बचाव दल को इंफ़ेक्शन से बचाने का भी रखा जाएगा ख़याल
एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बताया कि लौटते समय फ़्लाइट में वुहान से लौट रहे यात्रियों के लिए उनकी सीट पॉकेट में ही खाने पीने का सामान रख दिया गया है. अलग से कोई सर्विस नहीं दी जाएगी ताकि लौट रहे यात्रियों का सम्पर्क केबिन क्रू से कम से कम हो.
एयर इंडिया पहले भी करती रही है ऐसे मिशन
अश्विनी लोहानी ने बताया कि एयर इंडिया ने पहले भी संकट के दौरान लीबिया, इराक, यमन, कुवैत और नेपाल से भी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है. अगस्त 1990 में एअर इंडिया और पूर्व इंडियन एयरलाइन्स ने इराक और कुवैत से 1 लाख से भी अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला था जिसके लिए 59 दिनों में 488 उड़ानें संचालित की गईं थीं जो 1948-49 के बाद वायु परिवहन के माध्यम से किया गया विश्व का सबसे बड़ा बचाव अभियान था. एयर इंडिया ने 2015 में 'ऑपरेशन राहत' (यमन) और 2011 में 'सेफ होमकमिंग' अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया था. एयर इंडिया ने देश में आई आपदाओं जैसे भुज भूकम्प, जम्मू व कश्मीर, लेह, चेन्नई और उत्तराखंड की बाढ़ और अंडमान-निकोबार में सुनामी के समय भी अपना व्यापक योगदान दिया था.
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